सुपौल : पंचायती राज का सपना हो रहा साकार, प्रत्याशियों की भरमार, मतदाता बेकरार
सत्ता में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो और गांव से चलकर सत्ता दिल्ली तक पहुंचे इसी उद्देश्य से पंचायती राज का गठन किया गया। अब जब राज्य के दूसरे चरण और जिले के पहले चरण में प्रतापगंज प्रखंड में आज पंचायत चुनाव होना है तो पंचायती राज का सपना साकार होते दिखाई दे रहा है।
सुपौल। सत्ता में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो और गांव से चलकर सत्ता दिल्ली तक पहुंचे इसी उद्देश्य से पंचायती राज का गठन किया गया। अब जब राज्य के दूसरे चरण और जिले के पहले चरण में प्रतापगंज प्रखंड में आज पंचायत चुनाव होना है तो पंचायती राज का सपना साकार होते दिखाई दे रहा है। चुनाव में प्रत्याशियों की भरमार है तो मतदाता भी बेकरार हैं। 09 पंचायतों वाले इस प्रखंड क्षेत्र में 283 पदों के लिए मतदान होना है। इन पदों के लिए 1006 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। सबसे अधिक जिला परिषद सदस्य के एक पद के लिए 11 प्रत्याशी हैं तो पंचायत समिति सदस्य के 12 पद के लिए 77 उम्मीदवार हैं।
पंचायती राज की लोकप्रियता के लिहाज से देखें तो यहां 283 पदों के लिए 1006 उम्मीवार हैं। यानी एक पद पर साढ़े तीन से अधिक लोगों की दावेदारी है। अगर पदवार देखें तो सर्वाधिक दावेदारी जिला परिषद की एक सीट के लिए है। इस एक सीट के लिए 11 प्रत्याशी हैं। दूसरे स्थान पर पंचायत समिति सदस्य का पद है। प्रखंड क्षेत्र में 12 पंचायत समिति सदस्य पद के लिए मतदान होना है। इस पद के 77 दावेदार हैं। एक पद के हिसाब से देखें तो छह से अधिक प्रत्याशी एक पद पर दावेदारी करते दिखते हैं। नौ पंचायतें होने के कारण मुखिया और सरपंच के नौ-नौ पद के लिए चुनाव होने हैं। यह महज संयोग है कि दोनों पदों के लिए बराबर की संख्या में दावेदार हैं। मुखिया पद के लिए 55 प्रत्याशी और सरपंच पद के लिए भी 55 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इन दोनों पदों के लिए एक-एक पद पर छह से अधिक उम्मीदवारों की सूची है। इसके अलावा वार्ड सदस्य और पंच की 126-126 सीटों के लिए मत डाले जाएंगे। वार्ड सदस्य की 126 सीटों के लिए 570 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं यानी एक सीट के लिए साढ़े चार से अधिक प्रत्याशी हैं। हां पंच सदस्य के लिए प्रत्याशियों की संख्या कम जरूर है। 126 सीटों के लिए 238 प्रत्याशी हैं। यानी एक सीट के लिए पौने दो से अधिक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यह अलग बात है कि यहां 32 पंच सदस्य निर्विरोध हैं।
बहरहाल होनेवाले चुनाव को लेकर मतदाताओं का उत्साह चरम पर है। पिछले चुनावों के मतदान के आंकड़े गवाह हैं कि यहां मतदाताओं ने लोकतंत्र के गठन में अपनी भागीदारी जमकर दी है। मतदाताओं की मानें तो पंचायत की सरकार बनाने के लिए वे पहला काम मतदान ही करेंगे।