आंधी-बारिश में उड़ गए अरमान, खून के आंसू रो रहे किसान

संवाद सूत्र करजाईन बाजार (सुपौल) रविवार की रात आई आंधी व बारिश ने किसानों के अरमानो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 05:10 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 05:10 PM (IST)
आंधी-बारिश में उड़ गए अरमान, खून के आंसू रो रहे किसान
आंधी-बारिश में उड़ गए अरमान, खून के आंसू रो रहे किसान

संवाद सूत्र, करजाईन बाजार (सुपौल): रविवार की रात आई आंधी व बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। कटाई के लिए खेत में खड़ी मकई की फसल गिर गई। तेज आंधी से कच्चा आम गिरने से बागवानों के माथे पर चिता की लकीरें खींच गई। तेज हवा के झोंकों से खेतों में खड़ी मकई की फसल पूरी तरह गिर गई। कई जगह तैयार कर बाहर में ही रखी मकई की फसल भी पानी में पूरी तरह भींग गई। आंधी व बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ। अचानक मौसम में परिवर्तन से किसानों को काफी क्षति उठानी पड़ी है। बायसी पंचायत के डुमरी निवासी किसान शिवनारायण मेहता, ओमप्रकाश मेहता ने बताया कि उनके दो एकड़ से अधिक खेतों में लगी केले की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। आंधी ने केले के पेड़ को जड़ से उखाड़कर क्षत-विक्षत कर दिया। रतनपुर के किसान प्रमोद यादव, अमर यादव, करजाईन के सत्यनारायण सहनोगिया, ओमप्रकाश मेहता आदि ने बताया कि केला एवं मकई के खेती करने वाले किसानों को आंधी ने पूरी तरह बर्बाद कर दिया। केला की खेती करनेवाले किसान खेतों की हालत देखकर फूट-फूटकर रोने को विवश है। किसानों ने जिला प्रशासन से अविलंब केला के खेतों का सर्वें कर मुआवजा प्रदान करने की मांग की है। आम की फसल को खासा नुकसान

आंधी एवं बारिश ने आम को काफी नुकसान पहुंचाया है। आंधी के बाद पेड़ के नीचे कच्चा आम जमीन पर बिछ गया। आम से लदा पेड़ आंधी में टूटकर जमीन पर गिर पड़े। आम के बाग लेकर मुनाफा का सपना देख रहे व्यापारी फूट-फूट कर रोने को विवश है। आंधी एवं बारिश से पेड़ से आम आधा से अधिक गिर गए।

तुरंत किसानों को मिले उचित मुआवजा

आंधी से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग जोर-शोर से उठने लगी है। पूर्व विधायक उदय प्रकाश गोईत, बायसी मुखिया लाजवंती रुपम, करजाईन मुखिया पूनम पासवान, डा. रमेश प्रसाद यादव, पूर्व मुखिया प्रवीण कुमार मिश्रा, पूर्व पंसस तारानंद यादव, पैक्स अध्यक्ष विदेश्वर मरीक, रालोसपा नेता प्रशांत कुमार सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने करजाईन, बायसी, रतनपुर आदि जगहों में आंधी से प्रभावित मक्का, केला एवं आम के किसानों के खेतों का सर्वेक्षण कर अविलंब मुआवजा प्रदान करने की मांग सरकार एवं जिला प्रशासन से की है। साथ ही जिनका घर क्षतिग्रस्त हो गया है, उन्हें भी क्षतिपूर्ति दी जाए।

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