हौसले को सलाम::::: रिटायरमेंट की उम्र में भी डॉ. अरुण का जज्बा है बरकरार

जागरण संवाददाता सुपौल रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके डॉ.अरूण कुमार वर्मा ऐसे कोर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:31 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:31 PM (IST)
हौसले को सलाम::::: रिटायरमेंट की उम्र में भी डॉ. अरुण का जज्बा है बरकरार
हौसले को सलाम::::: रिटायरमेंट की उम्र में भी डॉ. अरुण का जज्बा है बरकरार

जागरण संवाददाता, सुपौल: रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके डॉ.अरूण कुमार वर्मा ऐसे कोरोना योद्धा हैं जो द़ढ़संकल्प की अटूट डोर थामे लोगों की सेवा का उत्तरदायित्व बखूबी निभा रहे हैं। वे सदर अस्पताल के उपाधीक्षक हैं और लगभग दो माह बाद रिटायर भी करेंगे। बावजूद कोरोना की जंग में उनका जो जोश व जुनून है वह काबिले तारीफ है। एक तरह से वे कुशल योद्धा की तरह मोर्चा संभाले हुए हैं। कोरोना की पहली लहर में वे खुद संक्रमित हो गए थे बावजूद हौसला कम नहीं हुआ और स्वस्थ होने के बाद कोरोना को हराने के लिए फिर से अहम भूमिका निभाने लगे। अस्पताल में किसी मरीज को कोई दिक्कत न हो इसके लिए वे हमेशा राउंड लगाते रहते हैं। इतना ही नहीं कोरोना वार्ड में जाकर मरीजों का हालचाल लेते रहते हैं। डॉ. अरुण कहते हैं कि सरकार ने जो जिम्मेवारी सौंपी है उसको पूरी ईमानदारी से निभा रहा हूं। हालांकि थकान के चलते कई बार तबीयत बिगड़ जाती है परंतु हिम्मत नही हारता हूं। हमें हर तरफ नजर रखनी पड़ रही है। वैसे मानव सेवा ही परम धर्म है। कहा कि

पूरी नौकरी के दौरान इतनी बड़ी संकट की घड़ी कभी नहीं आई थी। यह मेरे सर्विस का सबसे अहम पीरियड है। अचानक से तेजी के साथ कोरोना का प्रकोप बढ़ गया। स्वास्थ्य विभाग हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। हम मिलकर कोरोना का मुकाबला करके उसे हरा देंगे। फिलहाल जरूरत है लोगों को संभल कर रहने की। कहा कि 31 जुलाई को रिटायर कर रहे हैं। उसके बाद भी अगर सरकार ने फिर से मौका दिया तो ठीक अन्यथा अपने स्तर से मानव सेवा में भूमिका निभाते रहेंगे। फिलहाल कोरोना की जंग में डॉ.अरुण का हौसला सातवें आसमान पर है। इनका जज्बा प्रेरणा श्रोत की तरह है।

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