चुनाव पेज : चुनावी प्रक्रिया को ले सजग है प्रशासन, मतदाताओं को किए जा रहे जागरूक
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2020 को निष्पक्ष व भयमुक्त बनाने को लेकर प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। तीसरे चरण में सुपौल जिले के पांच विधानसभा में सात नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर कुल 2062 मतदान केंद्र बना गए हैं।
सुपौल। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2020 को निष्पक्ष व भयमुक्त बनाने को लेकर प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। तीसरे चरण में सुपौल जिले के पांच विधानसभा में सात नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर कुल 2062 मतदान केंद्र बना गए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार मतदान केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। पूर्व के चुनाव में जहां 1459 मतदान केंद्र था। इस बार के चुनाव में 603 सहायक मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं। इधर आचार संहिता के अनुपालन को ले प्रशासन सरकारी भवनों, कार्यालयों व सड़क किनारे से पर्चा-पोस्टर, बैनर, होर्डिंग आदि हटाने के अभियान में जुटा हुआ है। अभियान चला कर शहर से पोस्टर, बैनर व होर्डिंग को हटाने का कार्य चल रहा है। चुनावी प्रक्रिया के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता का पूर्ण रुप से अनुपालन के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी द्वारा दिशा-निर्देश दिया गया है। चुनाव के मद्देनजर विभिन्न कांषोगों का गठन भी किया गया है। स्वीप कोषांग को मतदाताओं को जागरूक करने की जिम्मेवारी दी गई है। जिला प्रशासन का कहना है कि अधिक से अधिक से लोग इस चुनावी महापर्व में भाग लें और अपने मताधिकार का प्रयोग कर सरकार निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। इसको लेकर जिला प्रशासन सजग है। स्वीप कोषांग द्वारा नुक्कड़ नाटक, पोस्टर, बैनर, प्रचार-प्रसार आदि के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। गत चुनाव में जिस मतदान केंद्र पर मतदान का प्रतिशत कम रहा वैसे मतदान केंद्रों को चिन्हित कर उस मतदान केंद्र से संबद्ध मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। भयमुक्त व निष्पक्ष चुनाव को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मीडिया से भी भूमिका निभाने की अपेक्षा की गई है।