दस दशक से पिपरा में होती है मां की पूजा-अर्चना

संवाद सूत्र पिपरा(सुपौल) प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर की महिमा अपरंपार है। यहां जो भक्त म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 05:41 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:41 PM (IST)
दस दशक से पिपरा में होती है मां की पूजा-अर्चना
दस दशक से पिपरा में होती है मां की पूजा-अर्चना

संवाद सूत्र, पिपरा(सुपौल): प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर की महिमा अपरंपार है। यहां जो भक्त मन्नत मांगते हैं उनकी मनोकामना मां भगवती पूर्ण करती है। यहां 10 दशक से अधिक से बंगाली पद्धति से पूजा की जाती है। पहली पूजा से ही मंदिर में भीड़ उमड़ने ने लगती है। प्रतिमा निर्माण सहित सजावट के सामान बंगाल से मंगाया जाता है। बंगाल से आकर पिपरा में बसे मधुसूदन दे और शारदा प्रसाद दे ने मिलकर 1958 में मंदिर का निर्माण कराया। व्यापार के सिलसिले से मुर्शिदाबाद घोटो पाड़ा आए बंगाली परिवार का देवी दुर्गा में विशेष आस्था की वजह से एक खपरैल के घर में मंदिर का निर्माण करवाया था। लेकिन पिपरा के तीन युवक संजय चौधरी, शशि रंजन वर्मा एवं विनोद गुप्ता की मेहनत से मंदिर भव्य बना उसी में माता की पूजा अर्चना होती है।

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