लॉकडाउन 2:::लॉकडाउन का दिख रहा सकारात्मक प्रभाव, घट रहा संक्रिमतों का आंकड़ा
--धार्मिक स्थलों पर भीड़ इकट्ठा करने की मनाही रहने के कारण इस बार ईद-उल-फितर की नमा
--धार्मिक स्थलों पर भीड़ इकट्ठा करने की मनाही रहने के कारण इस बार ईद-उल-फितर की नमाज मुस्लिम धर्मावलंबी अपने-अपने घरों पर ही अदा करेंगे
जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर मास्क, सैनिटाइजर, वैक्सीनेशन और शारीरिक दूरी इस पर अंकुश का विकल्प माना जा रहा है। लोग मास्क का प्रयोग करें, शारीरिक दूरी का पालन करें व बेवजह एक-दूसरे के संपर्क में न आएं इसी को लेकर सरकार द्वारा लॉकडाउन-2 लागू किया गया है। लॉकडाउन-2 का फलाफल भी सामने आ रहा है। जहां संक्रमितों की संख्या में कमी दिख रही है वहीं रिकवरी रेट भी सुधर रहा है। लॉकडाउन की सफलता से ही उत्साहित होकर सरकार ने 15 मई को समाप्त हो रही लॉकडाउन की समय-सीमा को 25 मई तक विस्तारित करने का निर्णय लिया है। इधर लॉकडाउन के दौरान लॉकडाउन के अनुपालन को लेकर पूरी तरह से सतर्क और चौकस है। आम-आवाम का भी साथ प्रशासन को मिल रहा है और लोग किसी भी तरह इस महामारी से निजात पाने को आतुर हैं। जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी प्रखंडों में लॉकडाउन असरदार दिख रहा है। लोग अब खुद लॉकडाउन को असरदार बनाने और इस महामारी से निजात की दिशा में भूमिका निभा रहे हैं। निर्धारित समय-सीमा के मुताबिक ही बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलती हैं और लोग तय समय सीमा के भीतर ही अपनी-अपनी जरूरत की खरीदारी कर लॉकडाउन को सफल बनाने में भूमिका निभा रहे हैं। शहर के चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बलों की तैनाती तो देखी ही जा रही है। साथ ही साथ प्रशासनिक अधिकारियों की भागदौड़ भी दिन भर लगी रहती है। लोग का भी संक्रमण से मुक्ति की आस में लॉकडाउन को समर्थन मिल रहा है।
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घर पर नमाज अदा करने की अपील
आज ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाना है। किन्तु धार्मिक स्थलों पर भीड़ इकट्ठा करने की मनाही रहने के कारण इस बार ईद-उल-फितर की नमाज मुस्लिम धर्मावलंबी अपने-अपने घरों पर ही अदा करेंगे। अनुमंडल प्रशासन सुपौल द्वारा भी मुस्लिम धर्मावलंबियों से महामारी के इस माहौल में अपने-अपने घरों में ही ईद-उल-फितर की नमाज अदा करने तथा मुबारकबाद देने की अपील की गई है। इधर मुस्लिम संगठनों द्वारा भी ईद-उल-फितर की नमाज घरों पर ही अदा करने का निर्णय लिया गया। ताकि सरकारी निर्देशों के साथ-साथ सामाजिक दूरी का पालन हो सके।