रामनवमी की परंपरा पर कोरोना का पहरा

सुपौल। रामनवमी की परंपराओं पर इसबार कोरोना का जबरदस्त पहरा रहा। न तो रामजी की सवारी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:40 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:40 PM (IST)
रामनवमी की परंपरा पर कोरोना का पहरा
रामनवमी की परंपरा पर कोरोना का पहरा

सुपौल। रामनवमी की परंपराओं पर इसबार कोरोना का जबरदस्त पहरा रहा। न तो रामजी की सवारी निकली और न ही महावीरी झंडा के साथ शोभायात्रा। पूजा एवं अन्य परिपाटियों की भी औपचारिकता ही निभाई गई। जबकि इस अवसर पर जहां विभिन्न मंदिरों और संगठनों की ओर से विभिन्न झाकियों के साथ रामजी की सवारी निकाली जाती थी। वीर हनुमान के महावीरी झंडा के साथ भव्य जुलूस निकाली जाती थी। अपनी परंपरा का निर्वहन करते बाबा रामदास ठाकुरवाड़ी से भव्य शोभायात्रा निकाली जाती थी जो बाबा रामदास ठाकुरवाड़ी से निकलकर पूरे शहर का भ्रमण करते पुन: बाबा रामदास ठाकुरवाड़ी पहुंचती जहां समापन किया जाता था। नगरवासी जगह-जगह जुलूस में शामिल लोगों का भव्य स्वागत करते थे। बाबा रामदास ठाकुरवाड़ी कमेटी के अलावा हिन्दू संगठनों की भी इस शोभा यात्रा में जबरदस्त भागीदारी होती थी। पूरा नगर भगवान राम के घोष से गुंजायमान रहता था। तरह-तरह की झांकियां भी शोभा यात्रा के साथ चलती थी। लेकिन इस वर्ष ऐसा कुछ भी नहीं दिखाई दिया। जिले के विभिन्न भागों में रामनवमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस बाबत बुधवार को लोगों ने अपने-अपने घरों में पूजा अर्चना की। वहीं व्यावसायिक वर्ग अपने प्रतिष्ठानों में पूजा अर्चना कर नए खाता-बही का श्री गणेश किया। जिला मुख्यालय के महावीर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। लेकिन बारी-बारी से शारीरिक दूरी का पालन करते लोग बाहर से ही दर्शन कर रहे थे। वहीं बाबा रामदास अखाड़ा में विशालकाय बजरंगबली की मूर्ति का निर्माण कर पूजा-अर्चना की गई। भक्तिभाव से मना रामनवमी का पर्व

संवाद सूत्र, करजाईन बाजार(सुपौल): करजाईन व आसपास के क्षेत्रों में रामनवमी का पर्व पूरे भक्तिभाव से मनाया गया। पूरे इलाके में खासी चहल-पहल देखी गई। मंदिर में सुबह से ही पूजा- अर्चना के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे। देर शाम के बाद भजन कीर्तन में भी भक्तों ने भाग किया। रामनवमी के अवसर पर क्षेत्र के हनुमान मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। करजाईन बा•ार, रतनपुर पुरानी बाजार, रतनपुर वार्ड नंबर 11 में भोगेंद्र मंडल के दरवाजे पर स्थित वीर बजरंगवली मंदिर, बायसी गोठ, गोसपुर स्थित अन्य स्थानों पर स्थित बजरंगवली मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। वहीं हनुमान मंदिर में भी पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु सुबह से ही पहुंचने लगे। इस दौरान हनुमान मंदिर सहित कई जगहों पर अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया। साथ ही व्यापारियों के यहां भी पुराना उधार चुकता करने के लिए ग्राहक पहुंचे।

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