यास चक्रवात से सुपौल जिले में 43 एकड़ में लगी फसल हुई बर्बाद

चक्रवात के कारण जिले में मक्का पटसन तथा गरमा सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिले के 43 एकड़ खेतों में लगी फसल पूरी तरह चौपट हो गई। वहीं करीब 63 एकड़ में लगी फसलों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:45 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:45 PM (IST)
यास चक्रवात से सुपौल जिले में 43 एकड़ में लगी फसल हुई बर्बाद
यास चक्रवात से सुपौल जिले में 43 एकड़ में लगी फसल हुई बर्बाद

सुपौल। पिछले माह आए यास चक्रवात से क्षति हुई फसलों का सर्वे कार्य कृषि विभाग ने पूरा कर लिया गया है। विभाग का मानना है कि चक्रवात के कारण जिले में मक्का, पटसन तथा गरमा सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिले के 43 एकड़ खेतों में लगी फसल पूरी तरह चौपट हो गई। वहीं, करीब 63 एकड़ में लगी फसलों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजने की तैयारी चल रही है, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा की राशि भुगतान की जा सके।

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पंचायतवार किया गया सर्वे

यास चक्रवात से जिले में किसानों को काफी क्षति उठानी पड़ी थी। जिसके बाद सरकार ने कृषि विभाग को फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया। जिसके आलोक में कृषि विभाग ने पंचायतवार फसलों का सर्वे कार्य करना शुरू किया। सर्वे के दौरान पाया गया कि मक्का, पटसन, सब्जी समेत बागवानी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिसमें 43 एकड़ खेतों में लगी फसल जहां पूर्ण रूप से बर्बाद हो गई। वहीं 63 एकड़ फसलों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। --------------------------- चक्रवात ने मचाई तबाही

तेज हवा के साथ आई बारिश ने जिले में तबाही मचाई थी। कृषि कार्य के साथ-साथ कई लोगों के आशियाने को भी उजाड़ ले गई थी। जिसके कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। खासकर बागवानी में शामिल आम को भी नुकसान पहुंचा था। चक्रवात के बाद लोगों की नजर प्रशासन पर टिकी हुई थी। इधर कृषि विभाग के द्वारा सर्वे कार्य पूरा कर लेने के बाद अब लोगों में थोड़ी आस जगी है। -कोट यास चक्रवात ने कमोबेश सभी प्रखंडों में क्षति पहुंचाई है। फसल क्षति को लेकर सरकार द्वारा बागवानी फसलों के लिए 18,500 प्रति हेक्टेयर तथा गरमा धान, मक्का आदि फसलों के लिए 13,500 प्रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति राशि देने का निर्देश प्राप्त है। रिपोर्ट पश्चात जो आवंटन दिया जाएगा उसका लाभ उचित किसानों को दिया जाएगा।

-समीर कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी

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