बारिश से आफत में किसानी, फसल क्षति मुआवजे की उठी मांग

सुपौल। लगातार बदलते मौसम और बेमौसम बरसात ने किलगातार बदलते मौसम और बेमौसम बरसात ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। तीन दिन पहले शुरू हुई बरसात से किसानों में जो ़खुशी देखी जा रही थी वह ़खुशी अब गम में बदलने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:28 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 10:28 PM (IST)
बारिश से आफत में किसानी, फसल क्षति मुआवजे की उठी मांग
बारिश से आफत में किसानी, फसल क्षति मुआवजे की उठी मांग

सुपौल। लगातार बदलते मौसम और बेमौसम बरसात ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। तीन दिन पहले शुरू हुई बरसात से किसानों में जो ़खुशी देखी जा रही थी, वह ़खुशी अब गम में बदलने लगी है। गुरुवार की देर रात्रि से बढ़ी बारिश की रफ्तार ने धान की फसल को बर्बाद कर दिया है। करजाईन, बायसी, सातेनपट्टी, भगवानपुर, मोतीपुर, परमानंदपुर आदि पंचायतों में लगातार बारिश ने धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। वहीं सब्जियों की खेती भी चौपट हो गई है। गुरुवार की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि अगेती किस्म की धान की फसल पर आए फूल को बरसात ने धो दिए, जिसका फसल उत्पादन पर सीधा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। साथ ही मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं ने धान की जड़ों को हिला दिया, जिससे खड़ी फसल गिर गई। ऊपर से पानी भरा है। किसान संघ के जिला सचिव सत्यनारायण सहनोगिया, प्रवीण कुमार मिश्र, प्रशांत कुमार, देवेंद्र दास, रामचंद्र मेहता, संजय कुमार मेहता, रामलखन भारती, ज्योति कुमार झा, कपिलेश्वर मरीक, दुखमोचन पाठक, महानंद झा, ललन गुरमैता सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों से अविलंब क्षेत्र की धान फसल का सर्वे कर किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग की है।

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