कहीं टटोला जा रहा नब्ज तो कहीं दिख रहा युवाओं का उत्साह

सुपौल । वैसे तो इस प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव को अभी तीन महीने शेष है लेकिन क्षेत्र में पंचा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:43 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 06:43 PM (IST)
कहीं टटोला जा रहा नब्ज तो कहीं दिख रहा युवाओं का उत्साह
कहीं टटोला जा रहा नब्ज तो कहीं दिख रहा युवाओं का उत्साह

सुपौल । वैसे तो इस प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव को अभी तीन महीने शेष है, लेकिन क्षेत्र में पंचायत चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। एक ओर प्रशासनिक महकमा स्वच्छ व निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहा है इधर गांव की गलियां व खेतों में चुनावी चर्चा जोरों पर है। चुनावी मैदान में विभिन्न पदों पर उतरने की चाह लिए प्रत्याशी मतदाताओं की नब्ज टटोलने में लगे हुए हैं। प्रत्येक मतदाता अपनी पसंद के प्रत्याशी को मतदान करने की चर्चा करते हैं। कोई अपने समाज की बात करता है तो कोई अपनी जाति की। कुछ वैसे भी मतदाता हैं जो जाति और समाज की बात छोड़ विकास की बात करते नजर आ जाते हैं। कई लोग भ्रष्टाचार की बात भी उठाकर अपनी आवाज बुलंद करने में लगे हैं। चुनाव को लेकर युवाओं का उत्साह देखने को मिल रहा है। जिन युवाओं ने 18 साल की आयु पूर्ण कर मतदान करने का अधिकार प्राप्त किया है वह अपने मत का प्रयोग पूरी जिम्मेदारी से करने को लेकर खासा उत्साहित हैं। मरौना प्रखंड में 08 दिसंबर को पंचायत चुनाव है और इससे पहले दशहरा, दीवाली छठ पर्व है तो बाहर जाब कर रहे युवा भी घर आ गए रहेंगे। बाहर से आये युवा भी वोट देकर ही फिर जाएंगे। इसलिए इस बार चुनाव में युवाओं का वोट निर्णायक वोट साबित हो सकता है। वैसे भी यहां युवाओं की संख्या खास है। नया करने की चाह हर किसी में होती है। ऐसा ही जोश और उत्साह पंचायत चुनाव को लेकर युवाओं में देखने को मिल रहा है। अधिकांश युवा योग्य प्रत्याशी को महत्व दे रहे हैं। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं में से कुछ तो ऐसे हैं जो पंचायत चुनाव में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। सकारात्मक सोच और विकास की चाह उनकी बातों में साफ झलकती है। युवाओं का साफ कहना है कि हमलोग एक अच्छे मुखिया का चयन इस बार सोच समझकर करेंगे। क्योंकि कुछ ऐसे जनप्रतिनिधि भी चुनाव में जीत जाते हैं जो विकास के वादे को भूला कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने लगते हैं। सरकार की योजनाओं में लूट-खसोट की जाती है। जबकि चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी हमेशा यह कहते हैं कि उन्हें निशुल्क सेवा करने का मौका दिया जाए। विकास कर दिखाएंगे, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिलता है। चुनावी चर्चाओं के दौरान युवाओं का कहना है कि इस बार मतदाता पंचायत चुनाव में कर्मठ व ईमानदार प्रत्याशी को वोट देंगे जो ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कर पंचायत को आदर्श ग्राम का दर्जा दिलाएंगे।

chat bot
आपका साथी