सिवान में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
यूपी व पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश की वजह से सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी दरौली में डेंजर लेवल 60.82 सेमी को पार कर गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार दरौली में नदी का खतरे का निशान 60 मीटर 82 सेंटीमीटर है। मंगलवार की दोपहर तीन बजे नदी 60 मीटर 83 सेमी पर बह रही थी।
सिवान । यूपी व पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश की वजह से सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी दरौली में डेंजर लेवल 60.82 सेमी को पार कर गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार दरौली में नदी का खतरे का निशान 60 मीटर 82 सेंटीमीटर है। मंगलवार की दोपहर तीन बजे नदी 60 मीटर 83 सेमी पर बह रही थी। सरयू में बढ़ते जलस्तर की वजह से निचले इलाकों में दहशत का माहौल है। साथ ही तटीय इलाकों के गांव में भी बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। कोशिश के बावजूद सिसवन में नहीं रुक रहा कटाव
संसू, सिसवन (सिवान) : सिसवन में भी सरयू नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। मंगलवार की दोपहर तीन बजे गंगपुर सिसवन में नदी का जलस्तर 56.62 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां नदी वार्निंग लेबल से 58 सेंटीमीटर ऊपर तथा खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी। नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई जगहों पर कटाव शुरू हो गया है। प्रखंड के साईंपुर गांव के पास सरयू नदी की तेज धार से काफी तेजी से कटाव हो रहा है। साईंपुर में गोगरा तटबंध के 66वें किलोमीटर पर कटाव शुरू हो गया है। आलम है कि तटबंध से नदी के पानी की दूरी एक मीटर रह गई है। कटाव नहीं रूका तो तटबंध पर खतरा है। इससे लोगों में भय व्याप्त है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी के कटाव की यही रफ्तार रही तो एक से दो दिनों के अंदर तटबंध में भी कटाव शुरू हो जाएगा। बाढ़ नियंत्रण विभाग का दावा है कि कटावरोधी कार्य कराए जा रहे हैं। पेड़ की टहनी, मिट्टी भरे बोरे कटाव स्थल पर डाला जा रहा है। शीघ्र ही कटाव पर काबू पा लिया जाएगा। तीन साल में खर्च हुए 17 करोड़ :
पिछले तीन वित्तीय वर्षों में सिसवन में नदी के चार जगह कटावरोधी कार्य में करीब 17 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। वर्ष 2018-19 में नजदीक नदी के तटबंध पर गेबियन निर्माण में करीब नौ करोड़ 2019-20 में नवका टोला में गेबियन निर्माण में करीब तीन करोड़ तथा तथा चालू वित्तीय वर्ष में प्रखंड के टरनेवा माधोपुर में बाढ़ विरोधी कार्य में दो करोड़ 16 लाख तथा साईंपुर में दो करोड़ 51 लाख रुपया व्यय किए गए हैं।
जलस्तर बढ़ने से धान व मक्के की फसलें जलमग्न
संसू, गुठनी (सिवान) : सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण प्रखंड के मैरिटार, खड़ौली, ग्यासपुर, बलुआ और तीरबलुआ समेत दर्जनों गांवों में करीब 100 एकड़ फसलों का नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीरबलुआ से ग्यासपुर होते हुए मैरिटार तक यदि बांध बनाया जाए तो नदी के पानी से पांच-छह गांव बच सकते हैं। दरौली बाढ़ विभाग के जेई गौतम प्रसाद ने बताया कि जलस्तर बढ़ा जरूर है, लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में हैं। गुठनी प्रभाग के एसडीओ प्रमोद कुमार ने बताया कि बाढ़ विभाग पूरी तरह से तैयार है।