सिवान में कहीं गिरे पेड़ तो कहीं विद्युत तार

चक्रवात यास का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुक्रवार को देखने को मिला। इस दौरान कई जगह पेड़ गिर गए तो कई जगह विद्युत तार टूट कर क्षतिग्रस्त हो गए इस कारण लोगों के घर विद्युत आपूर्ति कई घंटे तक बाधित हो गई और ग्रामीण क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। वहीं पूरे दिन बारिश होने से लोग घरों में दुबके रहे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 09:10 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 09:10 PM (IST)
सिवान में कहीं गिरे पेड़ तो कहीं विद्युत तार
सिवान में कहीं गिरे पेड़ तो कहीं विद्युत तार

सिवान । चक्रवात यास का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुक्रवार को देखने को मिला। इस दौरान कई जगह पेड़ गिर गए तो कई जगह विद्युत तार टूट कर क्षतिग्रस्त हो गए, इस कारण लोगों के घर विद्युत आपूर्ति कई घंटे तक बाधित हो गई और ग्रामीण क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। वहीं पूरे दिन बारिश होने से लोग घरों में दुबके रहे। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की हर सड़क सुनसान रही। वहीं जगह-जगह जलजमाव तथा कीचड़ होने से नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस दौरान लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश लॉकडाउन का शत प्रतिशत पालन कराने में भी काफी मददगार रही। प्रशासन को इसके लिए अधिक दौड़-धूप नहीं करनी पड़ी।

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बाजारों में कीचड़ व जलजमाव से परेशानी

जिले के विभिन्न प्रखंडों में बारिश के कारण बसंतपुर अस्पताल परिसर, पुरानी बाजार, थाना रोड, निबंधन कार्यालय प्रखंड कार्यालय, सब्जी बाजार में बारिश का पानी जमा होने तथा कीचड़ होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। भगवानपुर, नौतन, पचरुखी, तरवारा, दरौली, आंदर, बड़हरिया, जीरादेई, हसनपुरा, हुसैनगंज आदि प्रखंडों में भी जगह-जगह जल जमाव तथा कीचड़ से नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है।

---- गुठनी में कई पेड़ गिरे : संसू, गुठनी (सिवान) : पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश एवं तेज हवा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस दौरान गुरुवार की रात से तेज आंधी व पानी से ममौर गांव में कई पेड़ गिर गए, वहीं कुछ पेड़ की डालियां टूटकर गिर गईं। संयोग रहा कि इस दौरान कोई अप्रिय खबर नहीं मिली। वहीं गिरे पेड़ को ग्रामीणों के प्रयास से हटाने का काम किया गया।

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यास चक्रवात ने लोगों को घरों में रहने को हए मजबूर

संस, महाराजगंज (सिवान) : यास चक्रवात के कारण लोग अपने घरों में दुबके रहे। इस दौरान सुबह बाजारों में वीरानगी छाई रही। वहीं गांवों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं शहर के पुरानी बाजार, काजी बाजार, नखास चौक, सिहौता बंगरा समेत गई जगहों बारिश का पानी जमा हो गया था। कई घरों व दुकानों में बारिश का पानी जमा होने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा। लोग घर व दुकान से पानी निकालने के लिए पूरे दिन लगे रहे।

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विद्युत तार गिरने से आपूर्ति रही बाधित

संसू, रघुनाथपुर (सिवान) : प्रखंड मुख्यालय, आमदपुर समेत कई जगहों पर बारिश के दौरान गुरुवार की रात्रि विद्युत तार गिरने से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। आपूर्ति बाधित होने से लोगों के घरों में लगे बिजली के उपकरण सहित मोबाइल चार्ज करने के लिए परेशान होना पड़ा। उनके घरों में मोटर नहीं चलने से पानी की किल्लत हो गई। वहीं कई जगह नल जल योजना से बना पानी टंकी से पानी का सप्लाई विद्युत आपूर्ति के कारण बाधित रहा।

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दारौंदा जंक्शन परसिर में जलजमाव से यात्रियों को हुई परेशानी

संसू, दारौंदा (सिवान) : दारौंदा जंक्शन परिसर में बारिश के कारण जलजमाव होने से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा मुख्य सड़क तथा अन्य जगहों पर जल जमाव तथा कीचड़ होने से लोग परेशान रहे। इसके अलावा डाकघर, गोला बाजार, माध्यमिक विद्यालय दारौंदा, वैक्सीनेशन सेंटर, सामुदायिक किचेन, पीपरा आदि सड़कों पर जल-जमाव हो गया है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।

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बेमौसम बारिश से सब्जी की फसल को नुकसान

संसू, सिसवन (सिवान) : दो दिनों से हो रही बरसात की वजह से सब्जी की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। खासकर लता वाली सब्जियों को काफी क्षति पहुंची है। फसल खराब होने का असर सब्जी के बाजार पर भी पड़ना तय है। प्रखंड में नदी के किनारे एवं बांगर में काफी बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती होती है। स्थानीय किसानों के साथ ही दूसरे जिलों के किसान भी नदी के किनारे खेत को बटाई पर लेकर सब्जी की खेती करते हैं। उत्पादन अधिक होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में सब्जी काफी सस्ती रहती है। ग्रामीण इलाकों से आने वाली सब्जी की वजह से स्थानीय मंडी सहित आस पड़ोस के जिलों में भी इसका भाव हर किसी की पहुंच में होता है। असमय बारिश से लता वाली सब्जियों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। खेत में पानी लगने की वजह से भिडी, लौकी, नेनुआ आदि की सब्जी पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। इस संबंध में किसान सिसवन गांव निवासी रामनाथ प्रसाद का कहना है कि एक बीघा खेत में करैली, खीरा आदि सब्जी की खेती की थी, हर साल सीजन में इससे अच्छी आय हो जाती है, लेकिन इस साल हुई बेमौसम बरसात की वजह से लागत भी नहीं निकली है। वहीं दिनेश बीन का कहना है कि एक एकड़ खेत में भिडी, करैली, कोहड़ा, बोड़ी, नेनुआ, खीरा, लौकी की खेती की, सब्जियों की फसल इस बरसात की वजह से बर्बाद हो गई। खेती में लगी पूंजी भी निकलनी मुश्किल है। हरेंद्र बीन, विश्वनाथ बीन, झुना साहनी, मनु साहनी आदि किसानों का कहना है कि सब्जी की खेती ही परिवार की आजीविका का मुख्य साधन है। एक तो लॉकडाउन के करते हमलोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। इसके अलावा बारिश से उनकी सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा दोहरी मार झेलने पर विवश कर दिया है।

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