आज शिवालयों में जलाभिषेक को उमड़ेगी भक्तों की भीड़

सिवान। फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को जिले के विभिन्न शिवालयों में गुरुवार की अल सुबह से भगवान शिव का जलाभिषेक की तैयारी पूरी कर ली गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन तथा मंदिर समिति के सदस्य अलर्ट हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Mar 2021 10:35 PM (IST) Updated:Wed, 10 Mar 2021 10:35 PM (IST)
आज शिवालयों में जलाभिषेक को उमड़ेगी भक्तों की भीड़
आज शिवालयों में जलाभिषेक को उमड़ेगी भक्तों की भीड़

सिवान। फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को जिले के विभिन्न शिवालयों में गुरुवार की अल सुबह से भगवान शिव का जलाभिषेक की तैयारी पूरी कर ली गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन तथा मंदिर समिति के सदस्य अलर्ट हैं। वहीं शिवालयों में जलाभिषेक को ले मंदिरों में सफाई तथा सजावट पूरी कर ली गई है। इस दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जाएगा। सोहागरा मंदिर का है ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व : संसू, गुठनी (सिवान) : प्रखंड के सोहागरा स्थित बाबा हंसनाथ मंदिर का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व है। बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सीमा पर यह विशालकाय मंदिर पौराणिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर कालीन माना जाता है। ऐसा शिवपुराण में वर्णन भी आता है कि बाणासुर द्वारा इस मंदिर का निर्माण कर विशालकाय शिवलिग की स्थापना की गई है। वहीं मंदिर की दीवारों की मोटाई करीब 2 फीट है, कहीं- कहीं 5 फीट मोटी दीवार भी है यही कारण है कि कई हजार वर्षों से यह मंदिर सुरक्षित है। मंदिर के गर्भगृह में करीब 5 फुट ऊंचा और 3 फीट मोटा विशालकाय शिवलिग स्थापित है। मंदिर के पुजारी कृष्णानंद गिरि ने बताया कि महाशिवरात्रि और अधिकमास में यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं जलाभिषेक, पूजन करके मनवांछित फल प्राप्त करते हैं, बाकी दिनों में भी पंडित पुजारी और पुरोहितों द्वारा अनुष्ठान व नित्य रुद्राभिषेक इत्यादि कार्यक्रम संपन्न कराए जाते हैं। बाबा हंसनाथ सेवा समिति के सदस्य अभिषेक कुमार ने कहाकि महाशिवरात्रि को ले श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।

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महाशिवरात्रि के लिए तैयार सिद्ध गुफा चकरी योगाश्रम :

दरौली के चकरी स्थित सिद्ध गुफा चकरी योगाश्रम में महाशिवरात्रि की तैयारियां पूरी कर ली गई है। यहां 11 फीट ऊंचा विशालकाय शिवलिग को फूलमालाओं से सजा दिया गया है, साथ ही बुधवार के शाम को ही महाश्रृंगार आरती में दुग्ध, दही, घी, मधु और मीठा से पंचामृत स्नान कर अभिषेक पूजन व आरती किया जा रहा है। सिद्ध गुफा चकरी योगाश्रम के महंत रघुनाथ दास ने बताया कि 11 फीट ऊंचे शिवलिग के पूजन से द्वादश ज्योतिर्लिंगों के पूजन का फल प्राप्त होता है। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के अहर्निश पूजन का बहुत महत्व है।

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अनंतनाथ धाम अकोल्ही

संसू, जीरादेई (सिवान) : प्रखंड के अकोल्ही अनंतनाथ धाम प्राचीन संत की समाधि है, जिसकी ख्याति 2005 से अधिक हो गई जब साक्षात नाग देवता 21 दिनों तक दर्शन दिए थे। शिवरात्रि में काफी शिव भक्तों की भीड़ लगी रहती है तथा सावन की महीनों में तो यह मिनी बाबाधाम हो जाता है। इस मंदिर में उतर प्रदेश के देवरिया, गोरखपुर, बलिया, सिवान, गोपालगंज व सारण जिले से भी शिव भक्त आते हैं जो दरौली सरयू नदी से जल लेकर जलाभिषेक करते हैं।

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