सिवान में सरयू खतरे के निशान के करीब

पिछले एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही बारिश एवं नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी के कारण सरयू के साथ साथ दाहा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है वहीं नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 09:38 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 09:38 PM (IST)
सिवान में सरयू खतरे के निशान के करीब
सिवान में सरयू खतरे के निशान के करीब

सिवान। पिछले एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही बारिश एवं नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी के कारण सरयू के साथ साथ दाहा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, वहीं नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के पदाधिकारी रामनरेश पांडेय ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में रविवार की दोपहर 3 बजे 55.800 सेमी रिकार्ड किया गया, जबकि यहां शनिवार की दोपहर जलस्तर 55.060 सेमी था। यहां नदी का डेंजर पॉइंट 57.04 सेमी. है। बाढ़ विभाग एसडीओ प्रमोद कुमार ने बताया कि दरौली में सरयू नदी का डेंजर प्वाइंट 60.82 सेमी. है। रविवार की दोपहर एक बजे सरयू नदी का जल स्तर 60.168 सेमी. रहा।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सिवान में 20 जून तक 370.7एमएम बारिश हो चुकी थी, जबकि इसे औसतन 143.6एमएम होना चाहिए था। इधर एक सप्ताह से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते सरयू के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ जैसी हालत हैं। नदी का जलस्तर गंगपुर में खतरे के निशान के बिल्कुल करीब है। नदी के पानी ने तटवर्ती इलाकों को छूना शुरू कर दिया है। इससे कटाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कचनार साईंपुर, ग्यासपुर, गंगपुर सिसवन, शुभहाता आदि के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर तटवर्ती क्षेत्र में रहनेवाले ग्रामीण चितित हैं। कुछ ऐसा ही हाल सिसवन प्रखंड क्षेत्र की ग्यासपुर पंचायत के नवका टोला गांव का है। यहां से होकर गुजरने वाली सरयू नदी इन दिनों उग्र रूप धारण की हुई है। इसके चलते ग्रामीण दहशत में हैं। इसको लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी भी अलर्ट हैं।

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बसंतपुर में धमई नदी भी उफनाई

संसू, बसंतपुर (सिवान) : बसंतपुर में धमई नर्दी उफना गई है। इससे तटवर्ती क्षेत्र के लोग बाढ़ की आशंका से सहमे हुए हैं। पिछले वर्ष बसंतपुर के बसांव, सरेया श्रीकांत, हुस्सेपुर, शामपुर, मठिया, बसंतपुर में बाढ़ की पानी काफी तबाई मचाई थी। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया था तथा भोजन आदि की व्यवस्था की गई थी। वहीं नगौली के लोग तो रेलवे ट्रैक पर प्लास्टिक आदि लगाकर रहने को विवश थे। उधर गोपालगंज जिले में बाढ़ आने से लोग और भयभीत हो गए हैं। गोरेयाकोठी, बसंतपुर तथा नबीगंज प्रखंडों में बाढ़ का पानी गोपालगंज से प्रवेश करता है। धमई नदी में बाढ़ आने से खवासपुर पुल से ही बाढ़ का पानी बसंतपुर प्रखंड में प्रवेश करता है। संभावित बाढ़ से निबटने के लिए सीओ सुनील कुमार ने बताया कि सुरक्षित स्थानों का चयन कर लिया गया है। जहां लोगों को रखते हुए भोजन, पानी, तिरपाल आदि की व्यवस्था कर ली गई है। जरूरत के अनुसार एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई जा सकती। उसे आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय बसंतपुर में रखा जाएगा

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भगवानपुर में धमई नदी का जल स्तर बढ़ने से किसानों को क्षति

संसू, भगवानपुर हाट (सिवान) : करीब एक सप्ताह से रुक-रुककर लगातार हो रही बारिश के कारण क्षेत्र से होकर गुजरने वाली धमई नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। यह नदी अपना विनाशकारी रूप धारण करती जा रही है। इससे नदी किनारे के खेतों में लगी सब्जी, मक्का, बाजरा, धान का बिचड़ा आदि पूरी तरह बर्बाद हो रही हैं। किसान सुरेंद्र सिंह, प्रो. शशि भूषण सिंह, प्रो. माया सिन्हा, अविनाश उपाध्याय आदि ने बताया कि यदि इसी तरह जल स्तर बढ़ता गया तो नदी किनारे बसे कई गांवों के घरों में पानी प्रवेश कर जाएगा। नदी किनारे मजबूत बांध नहीं होने के कारण पानी चारो तरफ फैल रहा है। सीओ युगेश दास एवं थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि नदी में बढ़ रहे जलस्तर पर प्रशासन की नजर है। उन्होंने कहा कि पानी का कहीं रुकाव नहीं होने के कारण खतरा की संभावना कम है। ----------------------

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