टारी-गंभीरार सड़क जर्जर होने से खतरे की आशंका
प्रखंड मुख्यालय से सात किमी दूर पूरब टारी-गंभीरार सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस सड़क पर दर्जनों गड्ढे बने हुए हैं। हल्की बारिश होने पर भी सड़क पर जलजमाव होने से वाहन की कौन कहे पैदल चलना भी खतरे से कम नहीं है। इसमें आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
फोटो- 07 सिव 1
संसू, रघुनाथपुर : प्रखंड मुख्यालय से सात किमी दूर पूरब टारी-गंभीरार सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस सड़क पर दर्जनों गड्ढे बने हुए हैं। हल्की बारिश होने पर भी सड़क पर जलजमाव होने से वाहन की कौन कहे पैदल चलना भी खतरे से कम नहीं है। इसमें आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
यह सड़क सीएमडीजी (छपरा-मांझी-दरौली-गुठनी) पथ के रास्ते नेवारी रोड़ होते गुजरती है। सड़क का आधा हिस्सा टारी बाजार की तरफ है, जबकि सड़क का आधा भाग गंभीरार गांव की तरफ है। प्रखंड के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण इस सड़क के निर्माण की स्वीकृति अधर में लटक जाने से टारी बाजार के विकास भी प्रभावित हो रहा है। वहीं विभागीय अधिकारियों ने कई बार लोगों को आश्वासन दिया था कि मेंटेनेंस मद से इस सड़क का निर्माण करने के लिए डीपीआर तैयार करके भेजा जा रहा है। स्वीकृति मिलने और टेंडर होने के बाद जल्द ही इसमें काम लग जाएगा।