सिवान में जमकर हुई बारिश

जिले में रविवार को उतरा नक्षत्र के उतरने से पहले मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के कारण सुबह से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली। वहीं सोमवार को रात करीब दस बजे से हथिया नक्षत्र चढ़ जाएगा। हथिया नक्षत्र में भी बारिश के आसार हैं। जिले में अबतक 70 फीसद धान की फसल में बाली आ गई है। कम अवधि वाले धान इस महीने के अंत तक तैयार भी हो जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:55 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:55 PM (IST)
सिवान में जमकर हुई बारिश
सिवान में जमकर हुई बारिश

सिवान । जिले में रविवार को उतरा नक्षत्र के उतरने से पहले मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के कारण सुबह से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली। वहीं सोमवार को रात करीब दस बजे से हथिया नक्षत्र चढ़ जाएगा। हथिया नक्षत्र में भी बारिश के आसार हैं। जिले में अबतक 70 फीसद धान की फसल में बाली आ गई है। कम अवधि वाले धान इस महीने के अंत तक तैयार भी हो जाएंगे। ऐसे में लगातार बारिश होती रही तो जहां तैयार फसल काटने में परेशानी होगी। वहीं अधिक अवधि वाली धान की फसल इसमें फूल लगने शुरू हो गए हैं। उसका फूल झड़ने से पैदावार पर असर पड़ेगा। इस समय जिले में बारिश की आवश्यकता धान की फसल के लिए नहीं थी क्योंकि अब धीरे-धीरे धान की बाली में दाने लगने शुरू हो गए हैं। अगर लगातार बारिश होती है तो इसका असर फसल के साथ रबी की बुआई पर पड़ेगा, क्योंकि हर नक्षत्र में इस साल बारिश हुई है। कमजोर पड़े मानसून में बंगाल से उठे चक्रवात ने डाली जान जिले में इस साल खरीफ सीजन में लगातार बारिश होती रही, लेकिन कुछ दिनों से मौसम साथ होने लगा था। इससे किसान खुश थे क्योंकि उनको अब फसल के लिए बारिश की जरूरत न के बराबर थी, लेकिन बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात फिर से जिले में कमजोर मानसून को दोबारा सक्रिय करता दिख रहा है। इसका असर रविवार को जिले में देखने को मिला। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है, इसके कारण अगले चक्रवात उठने की संभावना है। इससे हवा की गति थोड़ी बढ़ने के साथ 24 घंटे के दौरान उत्तर-पश्चिम एवं दक्षिण पूर्व भागों के कुछ स्थानों पर तथा शेष बिहार के एक या दो स्थानों पर हल्की व मध्यम स्तर की बारिश की संभावना है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिले में इस समय धान की फसल के लिए बारिश की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि करीब 70 फीसद धान की फसल में बाली आ गई है। कम अवधि वाले धान की फसल अब तैयार होने के कगार पर है। अब लगातार बारिश हुई तो धान की पैदावार प्रभावित होगी।

जयराम पाल, जिला कृषि पदाधिकारी, सिवान।

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