कब्रिस्तान की घेराबंदी न होने ग्रामीणों में नाराजगी

पचरुखी प्रखंड के तरवारा कब्रिस्तान की घेराबंदी और अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। शनिवार को काजी टोला में पूर्व मुखिया प्रत्याशी रहमतुल्ला अंसारी की अध्यक्षता में लोगों ने एक बैठक कर विरोध प्रदर्शन किया ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 06:50 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 05:05 AM (IST)
कब्रिस्तान की घेराबंदी न होने ग्रामीणों में नाराजगी
कब्रिस्तान की घेराबंदी न होने ग्रामीणों में नाराजगी

सिवान । पचरुखी प्रखंड के तरवारा कब्रिस्तान की घेराबंदी और अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। शनिवार को काजी टोला में पूर्व मुखिया प्रत्याशी रहमतुल्ला अंसारी की अध्यक्षता में लोगों ने एक बैठक कर विरोध प्रदर्शन किया । कहाकि आज तक कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं हो सकी और आचार संहिता भी लागू हो गया है। वर्षों से कब्रिस्तान की घेराबंदी कराने के लिए जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि से मांग करते आ रहे हैं। बहुत सारे आवेदन देने के बाद भी सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। जब मामला विधानसभा में पहुंचा तो बिहार सरकार ने गृह सचिव को तलब किया। गृह सचिव ने डीएम से कब्रिस्तान को अतिक्रमण को लेकर जांच का आदेश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जीबी नगर थाना व पचरुखी अंचलाधिकारी ने कब्रिस्तान का निरीक्षण किया और कब्रिस्तान का पैमाइश भी कराई। यहीं नहीं कब्रिस्तान जाने का जो मुख्य रास्ता था उस पर विधायक द्वारा पुलिया बनाकर उस रास्ते को अवरुद्ध कर दिया गया है, इसको लेकर लोगों को कब्रिस्तान आने-जाने में काफी कठिनाई हो रही है। बैठक में मोहम्मद अमीर उल्लाह, मोहम्मद सेराज अंसारी, मोहम्मद नसरुद्दीन, असगर अली, अली हसन अंसारी, इमाम उल हक, मोहम्मद आजाद अली, आमिर हैदर, आजाद खान, मोहम्मद शमीम, मरगूब, सईद बाबू, मोहम्मद अंसारी, इस्लाम अंसारी, यूनुस, ईश मोहम्मद अंसारी आदि मौजूद थे।

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