सिवान में जाम का मुख्य कारण फुटपाथ पर कब्जा

जिले में जाम की समस्या नासूर बन गई है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क किनारे बने फुटपाथ पर कब्जा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:28 PM (IST)
सिवान में जाम का मुख्य कारण फुटपाथ पर कब्जा
सिवान में जाम का मुख्य कारण फुटपाथ पर कब्जा

जासं, सिवान : जिले में जाम की समस्या नासूर बन गई है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क किनारे बने फुटपाथ पर अतिक्रमणकारियों के पसरते पांव से लोग परेशान हैं। इनके द्वारा फुटपाथ पर जबरन कब्जा कर लेने से जाम की समस्या और विकराल बन गई है। वहीं प्रशासनिक स्तर पर की जाने वाली अतिक्रमणमुक्त की प्रक्रिया भी संचिकाओं तक ही सिमट कर रह गई है। इस कारण अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ गया है और वे फुटपाथ को अपनी दुकान का हिस्सा समझ कर उस पर दुकानें सजाने का काम वर्षों से कर रहे हैं। एक दशक पूर्व तक शहर की सड़क पर गाड़ियों की संख्या कम रहने से सड़क पर आने जाने में लोगों को परेशानी नहीं होती थी, लेकिन जैसे जैसे गाड़ियों की खरीदारी होने लगे सड़क पर इनकी संख्या में इजाफा हुआ। वहीं रेड़ी वाले दुकानदार फुटपाथ को अपनी जागिर समझ यहां दुकान सजाने लगे। इनका साथ दुकानदारों ने भी खूब दिया। इन पर रोक नहीं लगाने का नतीजा है कि आज शहर में कहीं भी सड़क किनारे फुटपाथ नाम की चीज नहीं है। फुटपाथ पर दुकानों को लगाने के कारण इस पर चलने वाले राहगीर सड़क पर चलते हैं। इससे जाम की समस्या बनी रहती है और दुर्घटना की आशंका हमेशा उत्पन्न होती है। शहर के जेपी चौक से लेकर तरवारा मोड़, मालवीय चौक, अस्पताल मोड़ से लेकर डाक्टर्स कालोनी, बबुनिया मोड़ से लेकर स्टेशन चौक तक सड़क के दोनों ओर अवैध रूप से अतिक्रमण कारियों द्वारा कब्जा जमाने का सिलसिला जारी है। अतिक्रमण को लेकर ऐसी हालत सिर्फ मुख्य सड़क ही नहीं बल्कि शहर के बाजारों में भी एक समान है। शहर के बाटा मोड़ से लेकर डीएवी मोड़ तक सड़क के दोनों ओर फुटपाथी दुकान लगाने के कारण जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है। योजनाओं का नहीं होता है सही क्रियान्वयन

व्यवसायी व अनुमंडल प्रशासन की बैठकों में सड़क जाम से निजात दिलाने की योजनाएं बनाई जाती है, लेकिन इन योजनाओं का सही रूप से क्रियान्वयन नहीं हो पाता है। ना तो व्यवसायियों द्वारा सड़क के किनारे से दुकान हटाने का प्रयास किया जाता है और ना ही प्रशासन इस ओर मुखातिब होना मुनासिब समझती है। इससे अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ता है। ----------------

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अतिक्रमित सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने का निर्देश नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और सभी सीओ को स्थानीय पुलिस के सहयोग से दिया जा चुका है। जल्द ही विशेष अभियान चलाकर मुख्य सड़कों को अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा।

- रामबाबू बैठा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, सिवान।

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