सिवान के सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं

इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश में जिस रफ्तार से कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो रही है उसी रफ्तार से जिले में भी कोरोना के संक्रमित पाए जा रहे हैं। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना संक्रमितों की सूची में 70 से ज्यादा सक्रमित मिले थे। संक्रमितों की संख्या में इस वर्ष यह सबसे बड़ा उछाल था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:25 PM (IST)
सिवान के सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं
सिवान के सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं

सिवान । इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश में जिस रफ्तार से कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो रही है उसी रफ्तार से जिले में भी कोरोना के संक्रमित पाए जा रहे हैं। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना संक्रमितों की सूची में 70 से ज्यादा सक्रमित मिले थे। संक्रमितों की संख्या में इस वर्ष यह सबसे बड़ा उछाल था। बावजूद इसके कोरोना की रोकथाम को जारी गाइडलाइंस पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रहा है। हालांकि लापरवाही को लेकर आम जन भी उतने ही दोषी हैं जितने अधिकारी। वहीं जब परिवहन विभाग के पदाधिकारी से पूछताछ की गई तो उन्होंने कोरम पूरा करने वाला जवाब देकर अपना किनारा कर लिया, लेकिन जांच को लेकर उनके स्तर पर बरती जा रही लापरवाही पर चुप्पी साध ली। रविवार को जब जागरण की टीम शहर के मजहरुल हक बस स्टैंड पहुंची तो पाया कि बस स्टैंड से खुलने वाली अधिकांश बसों में कोविड गाइडलाइंस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा था। वहीं, स्टैंड परिसर में यात्रियों को कोविड से बचाव के लिए कोई उपाय भी नजर नहीं आ रहे थे। स्टैंड परिसर स्थित बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के पड़ाव का भी कुछ ऐसा ही हाल था। कार्रवाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति : यात्री बिना मास्क लगाए ही सफर कर रहे हैं। बस में बैठने के दौरान ना तो उनके हाथों को सैनिटाइज कराया जाता है और ना ही बसें ही सैनिटाइज की जा रही हैं। जबकि प्रशासन द्वारा कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। नहीं हो रही थी कोरोना जांच : स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस बात का दावा किया जा रहा है कि प्रतिदिन बस स्टैंड व जंक्शन पर यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है, लेकिन रविवार को बस स्टैंड में कहीं भी कोरोना जांच नहीं की जा रही थी। एक बस संचालक ने बताया कि पूर्व के दिनों में यहां कोरोना जांच की गई थी, लेकिन अब लगभग दो-तीन दिनों से जांच नहीं की जा रही है। दोपहर 12.15 बजे : दोपहर 12.15 बजे जब पूर्वी गेट से बस स्टैंड के अंदर प्रवेश किया गया तो पाया गया कि यात्री शेड में बैठकर लोग बसों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान अधिकांश यात्री मास्क नहीं लगाए थे और ना ही दो गज दूरी का ही पालन किया जा रहा था। दोपहर 12.23 बजे : लंबी दूरी की बसों के टिकट काउंटर पर बैठे लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। हालांकि टिकट काउंटरों पर यात्रियों की भीड़ देखने को नहीं मिली। दोपहर 12.36 बजे : यात्री बस पड़ाव स्थित शेड में वाहनों का इंतजार कर रहे थे। वहीं गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए ऑटों में भी यात्रियों को बैठाया गया था। इस दौरान नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखी। दोपहर 1.00 बजे : मीरगंज-गोपालगंज जाने वाली बसों में यात्रियों को ठूस-ठूस कर बैठाया गया था। इस दौरान बस कंडक्टर द्वारा ना तो यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज्ड किया जा रहा था और ना ही यात्रियों से मास्क लगाने की अपील ही की जा रही थी। बसों में सीट की क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाया जा रहा था। क्या कहते हैं जिम्मेदार : बसों में कोरोना गाइडलाइंस का पालन निहायत जरूरी है। इसमें उदासीनता बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षित यातायात के लिए वाहन चालकों व आमलोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। प्रमोद कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, सिवान।

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