सिवान में जयंती पर याद किए गए जगदीश दीन
स्वतंत्रता सेनानी व सामाजिक कार्यों के पुरोधा जगदीश दीन की जयंती मंगलवार को उनके समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर मनाई गई। इस मौके पर उनके रास्ते का अनुसरण करने की प्रतिबद्धता जताई गई।
सिवान । स्वतंत्रता सेनानी व सामाजिक कार्यों के पुरोधा जगदीश दीन की जयंती मंगलवार को उनके समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर मनाई गई। इस मौके पर उनके रास्ते का अनुसरण करने की प्रतिबद्धता जताई गई। इस दौरान राजेंद्र कुछ सेवा आश्रम के सचिव विद्याभूषण ने माल्यार्पण के बाद कहा कि पंडित जगदीश दीन ने अपना पूरा जीवन कुष्ठ रोगियों की सेवा में बिताया। जयपुर से लाई गई संगमरमर के निमित्त पंडित जगदीश दिन की प्रतिमा राजेंद्र सेवाश्रम परिसर में शीघ्र स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजेंद्र को सेवाश्रम के भवन की मरम्मत और रंग- रोगन आश्रम के संसाधनों का उपयोग कर कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों, केंद्र एवं राज्य से संस्था को राष्ट्रीय मेडिकल संस्थान के रूप में स्थापित करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि पंडित जगदीश दीन अंतिम सांस लेने तक पीड़ित मानव की सेवा करते रहे। उन्होंने राजेंद्र कुष्ठ सेवा आश्रम के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर का संस्थान स्थापित किया, लेकिन आज यह सरकार की उपेक्षा का शिकार है। श्रीकांत सिंह ने कहा कि जब समाज कुष्ठ रोगियों के साथ अछूत का व्यवहार करता था, बाबा राघव दास के शिष्य पंडित जगदीश दिन बिनोवा भावे और महात्मा गांधी से प्रभावित होकर इन रोगियों की तन मन से सेवा की। उनके उत्थान और बसाव के लिए काम किया। उनके जीविकोपार्जन के लिए बागवानी, सिलाई-कटाई प्रशिक्षण, पत्तल निर्माण समेत कई औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए। इसे भुलाया नहीं जा सकता है। नई पीढ़ी के लिए वे प्रेरणा स्त्रोत हैं। इस अवसर पर बसीर अंसारी,राम सिंह, मदन प्रसाद, विधि प्रसाद, रामप्रवेश, अंजोरा देवी, धीरेंद्र पांडेय, विशाल कुमार, विनय पटेल, इ•ाहार अहमद राजेंद्र कुष्ठ सेवा आश्रम मंदिर के पुजारी लवंगी कुंवर, अभिषेक शर्मा, श्रीकांत सिंह, कश्यप अनुराग समेत कई ने श्रद्धासुमन अर्पित किया।