सिवान में अब पुलिस की तरह स्मार्ट वर्दी में रहेंगे होमगार्ड जवान
पुलिस की तरह ही होमगार्ड जवानों को भी वर्दी भत्ता दिया जाता है लेकिन पुलिस के जवानों की तरह होमगार्ड के जवान नियमित रूप से वर्दी में नजर नहीं आते हैं या पुलिस की तुलना में बेहतर ढंग से वर्दी नहीं पहनते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए डीजी होमगार्ड ने आदेश जारी किया है। इसमें बेहतर ढंग से वर्दी पहनने से लेकर कई तरह के निर्देश दिए गए हैं ताकि होमगार्ड के जवान भी स्मार्ट रहकर अनुशासित रूप से काम कर सकें।
सिवान । पुलिस की तरह ही होमगार्ड जवानों को भी वर्दी भत्ता दिया जाता है, लेकिन पुलिस के जवानों की तरह होमगार्ड के जवान नियमित रूप से वर्दी में नजर नहीं आते हैं या पुलिस की तुलना में बेहतर ढंग से वर्दी नहीं पहनते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए डीजी होमगार्ड ने आदेश जारी किया है। इसमें बेहतर ढंग से वर्दी पहनने से लेकर कई तरह के निर्देश दिए गए हैं ताकि होमगार्ड के जवान भी स्मार्ट रहकर अनुशासित रूप से काम कर सकें। होमगार्ड जवानों को ऐसी वर्दी उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है, जो अन्य कपड़ों के मुकाबले अधिक अच्छी होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक होमगार्ड जवान के ब्रांडेड यूनिफॉर्म पर करीब 1500 रुपये व एक जैकेट पर करीब दो हजार रुपये खर्च आएगा। होमगार्ड मुख्यालय ने जिला के समादेष्टा को डिमांड देने के लिए निर्देशित किया है।
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जिला समादेष्टा नियमित रूप से करें जांच : होमगार्ड डीजी ने अपने आदेश में कहा है कि डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट को नियमित रूप से इसकी जांच करनी है कि गृहरक्षक वर्दी में ड्यूटी कर रहे हैं या नहीं। गृहरक्षकों को यह जानकारी देनी है कि ढंग से वर्दी नहीं पहनने की स्थिति में उनकी छवि समाज में खराब होती है। छवि में सुधार के लिए होमगार्ड के जवानों को अपनी ड्यूटी को ढंग से करनी होगी।
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कहते हैं अधिकारी
एक होमगार्ड के ब्रांडेड यूनिफॉर्म पर करीब 1500 रुपये व एक जैकेट पर करीब दो हजार रुपये खर्च आएगा। यह जिले के होमगार्डों को उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिए मोंटी कार्लो से एमओयू हुआ है। विभाग द्वारा जिले में तैनात सभी जवानों को दस-दस हजार रुपये उपलब्ध कराया जा चुका है। जिससे जवान यूनिफॉर्म, जूता, जैकेट, बेल्ट व टोपी खरीदेंगे।
ममता कुमारी, जिला समादेष्टा पदाधिकारी।