सिवान में मेधा सूची में गड़बड़ी पर दर्ज होगी प्राथमिकी
जिले में पहले चरण में शिक्षक नियोजन के बाद चयनित अभ्यर्थियों में अबतक 48 शिक्षकों का चयन रद करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 36 शिक्षक अभ्यर्थियों का चयन के बाद एसटीईटी व टीईटी प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा पाया गया है। 12 चयनित अभ्यर्थियों के चयन में रोस्टर का पालन नहीं किया गया है।
सिवान । जिले में पहले चरण में शिक्षक नियोजन के बाद चयनित अभ्यर्थियों में अबतक 48 शिक्षकों का चयन रद करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 36 शिक्षक अभ्यर्थियों का चयन के बाद एसटीईटी व टीईटी प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा पाया गया है। 12 चयनित अभ्यर्थियों के चयन में रोस्टर का पालन नहीं किया गया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को सख्ती के साथ प्रमाणपत्र जांच कराने को कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि अगर मेधा सूची में गड़बड़ी पाई गई या रोस्टर का पालन नहीं हुआ तो नियोजन इकाई पर और प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया तो अभ्यर्थी पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। विभाग की इस कार्रवाई से जिले में हड़कंप मचा हुआ है। इसको लेकर अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कराई गई है।
गौर करने वाली बात है कि जिले में प्रथम चरण में विभिन्न विषय के 913 शिक्षकों का चयन किया गया था। इसमें सभी का मैट्रिक से लेकर बीए, एमए, बीएड व एसटीईटी व टीईटी प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। इसमें पहले चरण में सिर्फ टीईटी व एसटीईटी प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है। आगे सभी प्रमाणपत्र की जांच होने पर और फर्जी प्रमाणपत्र का मामला उजागर होने की संभावना है।
क्या कहते हैं अधिकारी
अपर मुख्य सचिव के पत्र के आलोक में चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की जांच कराई जा रही है। पहले चरण में उनके टीईटी व एसटीईटी प्रमाणपत्र की जांच कराई जा रही है। साथ ही मेधा सूची व रोस्टर का पालन देखा जा रहा है। इसमें कुल मिलाकर 36 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। उन शिक्षकों पर नियोजन इकाई द्वारा एफआईआर दर्ज की जाएगी। जहां पर रोस्टर गड़बड़ी हुई है, वहां नियोजन इकाइयों पर एफआईआर पंचायती राज विभाग द्वारा कराई जाएगी।
राजेंद्र सिंह, डीपीओ स्थापना, सिवान।