सिवान के सिसवन में सरयू नदी के कटाव से लोगों में भय
प्रखंड के तटीय इलाकों से बहने वाली सरयू नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बाढ़ विभाग के रामनरेश पांडेय ने बताया कि सोमवार को सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.570 सेमी है जो खतरे के निशान से .434 सेमी अभी नीचे है।
सिवान । प्रखंड के तटीय इलाकों से बहने वाली सरयू नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बाढ़ विभाग के रामनरेश पांडेय ने बताया कि सोमवार को सिसवन में सरयू नदी का जलस्तर 56.570 सेमी है, जो खतरे के निशान से .434 सेमी अभी नीचे है। प्रखंड के साईंपुर, ग्यासपुर, सिसवन, मधवापुर, गांवों में जियो बैग में मिट्टी भरकर कटाव निरोधी कार्य कराया गया है। साथ ही बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखकर अतिरिक्त जियो बैग में मिट्टी भर एकत्रित कर दिया गया है। सरयू नदी के तटबंध कई जगह हैं जर्जर :
प्रखंड के कचनार स्लुइस गेट के पास, भागर शिवाला के पास, साईंपुर में करीब 120 मीटर सरयू नदी का तटबंध काफी जर्जर है और पानी का दबाव यहां सबसे अधिक है। कचनार स्लुइस गेट के पास पिछले वर्ष तटबंध में सुराग हो गया था तथा नदी का पानी गांवों की ओर बढ़ने लगा था जिसे आनन फानन में पदाधिकारियों द्वारा बालू भरी बोरी से बंद किया गया था, लेकिन पिछली बार की गलतियों से विभाग ने कोई सबक नहीं लिया तथा इस बार अभी तक वहां कुछ भी कार्य नहीं कराया गया। साईंपुर में सरयू नदी बढ़े जलस्तर के कारण कटाव कर रही है, इससे स्थानीय लोग दहशत में है। लोगों का कहना है कि विभाग की लापरवाही के कारण यहां कटाव अधिक है। ग्रामीणों ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के लिए यह आपदा में अवसर के सामान रहता है। विभाग के सहायक अभियंता हरेकृष्ण ने बताया कि विभाग द्वारा कटाव रोकने के लिए लगातार कार्य कराया जा रहा है।