सिवान में ई-मार्ट के जरिए किसान कहीं भी बेच सकेंगे सब्जी व अनाज

जिले के किसानों को फल और अनाज की बिक्री के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। ई-मार्ट के जरिए किसान घर बैठे अपनी फसल को देश के किसी भी कोने में बेच सकेंगे। किसानों को यह सुविधा कामन सर्विस सेंटर (वसुधा केंद्र) के माध्यम से मिल सकेगी। इसके लिए किसानों को सीएसीसी में जाकर पंजीकरण कराना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:30 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:30 PM (IST)
सिवान में ई-मार्ट के जरिए किसान कहीं भी बेच सकेंगे सब्जी व अनाज
सिवान में ई-मार्ट के जरिए किसान कहीं भी बेच सकेंगे सब्जी व अनाज

सिवान । जिले के किसानों को फल और अनाज की बिक्री के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। ई-मार्ट के जरिए किसान घर बैठे अपनी फसल को देश के किसी भी कोने में बेच सकेंगे। किसानों को यह सुविधा कामन सर्विस सेंटर (वसुधा केंद्र) के माध्यम से मिल सकेगी। इसके लिए किसानों को सीएसीसी में जाकर पंजीकरण कराना होगा। यह सुविधा उन किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी, जो हर साल कोई ना कोई ना फसल की पैदावार करते हैं, मगर बिक्री के लिए कोई प्लेटफार्म नहीं मिलने पर उन्हें फसल को स्थानीय बाजारों में औने पौने दामों में बेचना पड़ता है। ई-मार्ट के जरिए इस तरह होगी बिक्री :

किसान को जन सुविधा केंद्र जाकर ई-मार्ट पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा। यह पंजीकरण निशुल्क होगा। पोर्टल पर किसानों को कौन सी फसल और उसकी मात्रा की जानकारी भी दर्ज करानी होगी। इसके बाद पोर्टल से जुड़ी कंपनियां और खरीदार संबंधित फसल की बोली लगाएंगे। जिस बोलीदाता कंपनी के नाम पर बोली छूटेगी, उसका प्रतिनिधि मौके पर जाकर संबंधित किसान की फसल को देखकर उसकी खरीदारी करेगा। खास बात यह है कि फसल उठाने से पहले ही किसान को फसल का शत-प्रतिशत भुगतान उसके खाते में जमा कर दिया जाएगा। इससे किसान की घर बैठे ही फसल की बिक्री तो होगी ही, साथ ही उसके स्थानीय बाजार रेट से अधिक मुनाफा होगा।

पंजीकरण के लिए इन कागजात की होगी जरूरत :

जन सुविधा केंद्र पर किसानों को पंजीकरण के लिए पहचान के लिए पैन कार्ड, वोटर कार्ड, पता के लिए विद्युत बिल/ ड्राइविग लाइसेंस/बैंक पासबुक देने होंगे। जन सुविधा केंद्र संचालक इन कागजातों को किसान के पंजीकरण फॉर्म पर अपलोड करेंगे।

क्या कहते है जिम्मेदार :

जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से ई-मार्ट सुविधा शुरू की गई है। यह सुविधा किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी, उन्हें फसल बिक्री के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा और फसल की पूरी धनराशि भी खरीद के दौरान ही किसान को मिल जाएगी।

अमन कुमार पांडेय, जिला प्रबंधक, कामन सर्विस सेंटर।

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