सिवान में आइपीएस एसके सिघल पर हुआ था हमला
गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) के बाद आइपीएस अधिकारी एसके सिघल को फिलहाल बिहार के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इस आइपीएस का सिवान से पुराना रिश्ता है। एसके सिघल को बतौर सिवान का पुलिस कप्तान बनाकर 23 जून 1995 को भेजा गया था।
सिवान । गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) के बाद आइपीएस अधिकारी एसके सिघल को फिलहाल बिहार के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इस आइपीएस का सिवान से पुराना रिश्ता है। एसके सिघल को बतौर सिवान का पुलिस कप्तान बनाकर 23 जून 1995 को भेजा गया था। उनका कार्यकाल सिर्फ एक साल के लिए ही इस जिले में रहा था। इस दौरान वे तब सुर्खियों में आए थे जब उन पर जिले के दरौली में एक मामले को लेकर छापेमारी के क्रम में फायरिग की गई थी और उनके लिखित शिकायत के बाद दरौली में मो. शहाबुद्दीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। एसपी पर जानलेवा हमला के मामले में पूर्व सांसद को अभियुक्त बनाया गया था। हालांकि इस घटना के बाद ही उनका तबादला 12 जून 1996 में कर दिया गया, लेकिन अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान वे जिले में हर किसी की जबान पर चर्चा में रहे और काफी सुर्खियों बटोरी। मामले में विशेष अदालत ने सुनवाई शुरू की और 2007 में विशेष अदालत ने पूर्व सांसद को एसके सिघल पर हुए हमले में दोषी पाते हुए 10 साल की सजा सुनाई थी। ऐसे में एसके सिघल की डीजीपी के रूप में फिलहाल तैनाती को लेकर जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बारिश के बीच चाय की चुस्की के साथ लोग उन दिनों को याद कर रहे हैं।