हत्या कर अधेड़ का शव चंवर में फेंका, सनसनी
जीबी नगर थाना क्षेत्र के भरतपुरा गांव के चंवर से शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने एक अधेड़ व्यक्ति का पानी में उपलाता हुआ देखा। इसकी सूचना जैसे ही गांव में लोगों को हुई सनसनी फैल गई।
सिवान । जीबी नगर थाना क्षेत्र के भरतपुरा गांव के चंवर से शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने एक अधेड़ व्यक्ति का पानी में उपलाता हुआ देखा। इसकी सूचना जैसे ही गांव में लोगों को हुई सनसनी फैल गई। शव देखने से ऐसा लग रहा था कि अपराधियों ने अधेड़ की हत्या कर शव को चंवर में फेंक दिया है। इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान गांव के ही सुगालाल महतो के रूप में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। सुगालाल के सिर में गहरे चोट के निशान थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह ग्रामीण चंवर में मछली मारने के लिए गए हुए थे। तभी एक व्यक्ति का शव पानी में उपलाता हुआ देख भौंचक रह गए। शव मिलने की खबर पूरे गांव में फैल गई। इसके बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाने को दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, अवर निरीक्षक पंकज कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंच घटना का जायजा लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि स्वजनों से आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना की जानकारी हो पाएगी। पुलिस अन्य बिदुओं पर जांच कर रही है। गुरुवार की शाम से खोजबीन कर रहे थे स्वजन :
सुग्गालाल गुरुवार की शाम से लापता हो गया था। उसके स्वजन काफी खोजबीन किए, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शुक्रवार की सुबह स्वजनों को सूचना मिली कि गांव के ही चंवर में उसका शव उपला रहा है। स्वजन ग्रामीणों के साथ वहां पहुंच शव को बाहर निकाल शव की पहचान की। स्वजनों ने आशंका जताई है कि किसी अपराधी द्वारा उसकी पिटाई कर साक्ष्य मिटाने के लिए शव को चंवर में फेंक दिया गया होगा। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल :
पोस्टमार्टम के बाद सुगालाल महतो का शव पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। पत्नी चमेली देवी, पुत्र दिलीप महतो, राजदेव महतो, शत्रुघ्न महतो, संदीप महतो समेत अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक को चार पुत्र तथा दो पुत्री है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास के ग्रामीण स्वजनों को ढांढ़स बंधा रहे थे।