सिवान में कोरोना संक्रमित बढ़े, सामान्य मरीज हुए कम
मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल भले ही इस समय सामान्य अस्पताल के रूप में कार्य कर रहा है लेकिन वास्तविकता यह है कि इसके इमरजेंसी वार्ड से लेकर आइसीयू में बनाए गए बेड पर कोरोना या इस संक्रमण के लक्षण पाए गए मरीज ही इलाजरत हैं। इस कारण अस्पताल में इस समय अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीज इलाज कराने से कतरा रहे हैं।
सिवान । मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल भले ही इस समय सामान्य अस्पताल के रूप में कार्य कर रहा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि इसके इमरजेंसी वार्ड से लेकर आइसीयू में बनाए गए बेड पर कोरोना या इस संक्रमण के लक्षण पाए गए मरीज ही इलाजरत हैं। इस कारण अस्पताल में इस समय अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीज इलाज कराने से कतरा रहे हैं। वे विषम परिस्थिति में ही अस्पताल का रुख कर रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में जहां सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन 500-600 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे थे वहीं अब महज 100 मरीज इलाज को आ रहे हैं। इमरजेंसी वार्ड में मंगलवार को ज्यादातर बेड खाली पाए गए। मरीज प्राइवेट क्लीनिक में पहुंच कर इलाज कराने में अपने आपको ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं। ऐसे में सदर अस्पताल का सैनिटाइजेशन और वहां पूर्व से इलाजरत मरीजों में कोरोना का संक्रमण ना फैले इसको लेकर विभाग भी चितित है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में सांस लेने में हो रही दिक्कत की समस्या को लेकर काफी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार आधा दर्जन वैसे मरीज जिन्हें सांस लेने में समस्या है उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है, जबकि आइसीयू में 17 मरीजों को रखा गया है। वहीं मंगलवार को जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने भी सदर अस्पताल का निरीक्षण किया था। मरीज मोबाइल पर ही ले रहे सलाह
वहीं चिकित्सकों के अनुसार बहुत ही आवश्यक होने पर मरीज अस्पताल में अपनी जांच कराने को पहुंच रहे हैं। यहीं कारण है कि अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की भीड़ नहीं दिखाई दे रही है, जो अधिकतर सामान्य दिनों में रहती है। अधिकांश मरीज मोबाइल पर ही सलाह लेकर दवाई लेना ही बेहतर समझ रहे हैं।