सिवान में कोरोना की काली छाया ने शादियों के उत्साह को किया फीका

कोरोना की काली छाया के बीच गुरुवार से मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में मांगलिक गीतों की गूंज सुनाई पड़ने लगी लेकिन कोरोना का भय ऐसा है कि जिन घरों में मांगलिक कार्यक्रम के दौरान रिश्तेदारों की भीड़ जमा रहती थी वहां शांति है। रिश्तेदारों को फोन कर शादी-विवाह में शामिल होने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। वहीं व्यवसाय में जहां इस वर्ष लोग उछाल की उम्मीद लगाई थी उन्हें फिर से प्रभावित होना पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:40 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:40 PM (IST)
सिवान में कोरोना की काली छाया ने शादियों के उत्साह को किया फीका
सिवान में कोरोना की काली छाया ने शादियों के उत्साह को किया फीका

सिवान । कोरोना की काली छाया के बीच गुरुवार से मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में मांगलिक गीतों की गूंज सुनाई पड़ने लगी, लेकिन कोरोना का भय ऐसा है कि जिन घरों में मांगलिक कार्यक्रम के दौरान रिश्तेदारों की भीड़ जमा रहती थी वहां शांति है। रिश्तेदारों को फोन कर शादी-विवाह में शामिल होने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। वहीं व्यवसाय में जहां इस वर्ष लोग उछाल की उम्मीद लगाई थी, उन्हें फिर से प्रभावित होना पड़ा है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कई शादियां आगे बढ़ा दी गईं हैं तो कई ने गुपचुप तरीके से ही यानी परिवार के सदस्यों के साथ विवाह को संपन्न कराने का फैसला कर लिया है। जिससे टेंट हाउस, डीजे, लाइट आदि का व्यवसाय करने वाले लोग परेशान हैं। शादी विवाह आगे टलने के कारण होटल संचालकों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। वैसे परिवार जिन्होंने होटल को बुक किया था वे या तो तिथि आगे बढ़ा रहे या नहीं तो फूल की जगह कुछ रुपयों में छोटे से हॉल में शादी विवाह संपन्न कराने की बात कह रहे हैं। कोरोना के बढ़ते प्रभाव की वजह से सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद बेटे-बेटियों की शादी के लिए स्वजन काफी चितित दिख रहे हैं। घर के सदस्यों में इस बात की चिता है कि अगर कही पिछले साल की तरह इस साल भी बाजार को बंद कर दिया गया तो सामान की खरीदारी करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि सरकार के नए गाइडलाइन के मुताबिक शादी समारोह में सीमित मात्रा में लोगों को शामिल करने की छूट दी गई है। विवाह समारोह में भी जाने से करने लगे हैं परहेज : जिनके घरों में बेटा-बेटी की शादी है उनलोगों की मानें तो शादी की तिथि पहले से ही तय हो गई थी। इस कारण सादे समारोह में ही शादी संपन्न करने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने अपने दर्द बयां करते हुए बताया कि जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर फिलहाल शादी की तिथि को आगे के लिए टाल दिया गया है। कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण की वजह से लोग भी शादी-विवाह समारोह में जाने से परहेज करने लगे हैं। ऐसे में लोगों का चितित होना स्वाभाविक है। क्योंकि अगर भीड़-भाड़ में कोई भी एक सदस्य संक्रमित हुआ तो ऐसे में पूरे परिवार को संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी। फूल कारोबार पर पड़ा है प्रतिकूल प्रभाव : फूल कारोबारी महेश कुमार व सुरेश कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि कोरोना संक्रमण काल में होने वाली शादियों में फूल कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। यह अनुमान लगाया जा रहा था कि पिछले साल की तुलना में अबकी बार लगन में कारोबार अच्छा रहेगा, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने पानी फेर दिया है। अब जैसे-तैसे व्यवसाय चलाया जा रहा है। महंगे दामों पर फूल मंगाना पड़ रहा है। क्या कहते हैं जिम्मेदार : कोरोना का संक्रमण बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि, मामलों को कम किया जाए। कोरोना की गाइडलाइंस का पालन किया जाए। सरकार के निर्देशों के अनुसार कार्यक्रम में लोगों की संख्या तय की गई है। इसका अक्षरश: पालन करना हर जिम्मेदार नागरिक की जिम्मेवारी है।

रामबाबू बैठा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, सिवान।

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