निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सिवान जिले में चलेगा पढ़ना-लिखना अभियान

सिवान। सभी जन पढ़े लिखे हों। कोई भी व्यक्ति निरक्षर ना रह जाए। निरक्षरता के इस कलंक को पूर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 05:29 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 06:59 PM (IST)
निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सिवान जिले में चलेगा पढ़ना-लिखना अभियान
निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सिवान जिले में चलेगा पढ़ना-लिखना अभियान

सिवान। सभी जन पढ़े लिखे हों। कोई भी व्यक्ति निरक्षर ना रह जाए। निरक्षरता के इस कलंक को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है। सरकार ने सभी को पढ़ा लिखा बनाने के लिए एक नए कार्यक्रम की संकल्पना की है। निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सरकार द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत 2025 तक सभी असाक्षर व्यस्कों को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान को गति देने को लेकर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश जारी किया है। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी मोतीउर रहमान ने बताया कि अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के लिए सर्वप्रथम असाक्षर लोगों का सर्वे कार्य कराया जाएगा। ताकि कार्य योजना बनाकर इसे जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।

शिक्षा से वंचित 15 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों की होगी पढ़ाई :

प्राप्त जानकारी के अनुसार नई शिक्षा नीति के तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम के रूप में इस अभियान की शुरूआत की है। इसे शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए लागू किया गया है। अभियान के तहत 15 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोग पढ़ाई कर साक्षर हो सकेंगे।

वंचित तबके के लोगों को दी जाएगी प्राथमिकता :

पढ़ना-लिखना अभियान के तहत समाज के वंचित तबके के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक महिलाओं को साक्षर बनाया जाएगा। इसके तहत समाचार पत्र का शीर्षक पढ़ने, यातायात चिह्नों को समझने, आवेदन पत्र भरने, चिट्ठी लिखने व पढ़ने, दो अंकों का जोड़, घटाव, गुणा व भाग करने समेत अन्य बातों का ज्ञान दिया जाएगा। यह अभियान चार माह के चक्रों में होगा, जिसमें शिक्षार्थियों का आकलन राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान के जरिए होगा। साक्षर बनने के बाद तीसरी की पात्रता और फिर पांचवीं, आठवीं, दसवीं व बारहवीं की परीक्षा मुक्त संस्थान से दे सकेंगे। निरक्षरों को लोक शिक्षा केंद्र व शिक्षा विभाग की ओर से निर्धारित सार्वजनिक जगहों पर शिक्षा दी जाएगी।

व्यापक तरीके से होगा प्रचार प्रसार :

पढ़ना-लिखना अभियान की सफलता को लेकर व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाएगा। इस अभियान से समाज के सभी तबकों को जोड़ा जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभियान का लाभ शत प्रतिशत लोगों को मिल सके, इसके लिए समाचार पत्रों, टीवी चैनल व स्थानीय लोक कलाकारों के माध्यम से माहौल बनाया जाएगा। जत्था, नुक्कड़ नाटक, रैली, प्रभातफेरी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही साथ गांव, पंचायत, प्रखंड व शहर में गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान में पंचायती राज संस्थान, महिला मंडल, शैक्षणिक संस्थान व स्वयंसेवी संगठनों को शामिल किया जाएगा।

क्या कहते हैं जिम्मेदार :

पढ़ना-लिखना अभियान को जिले में संचालित करने को लेकर विभाग द्वारा निर्देश प्राप्त हुआ है। सरकार द्वारा निरक्षरों को साक्षर बनाने की पहल की गई है। इस अभियान से समाज में शिक्षा की अलख जगेगा। इस अभियान से समाज के सभी तबकों को जोड़ा जाएगा। अभियान की सफलता को लेकर व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

मोतीउर रहमान, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिवान

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