अब जिले में पांच हजार सैंपल की रोज होगी जांच, मिले 20 कोरोना पॉजिटिव

जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब रोजाना पांच हजार लोगों का कोरोना जांच करने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 09:04 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 05:09 AM (IST)
अब जिले में पांच हजार सैंपल की रोज होगी जांच, मिले 20 कोरोना पॉजिटिव
अब जिले में पांच हजार सैंपल की रोज होगी जांच, मिले 20 कोरोना पॉजिटिव

सिवान । जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब रोजाना पांच हजार लोगों का कोरोना जांच करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में 2000 से 2200 सैंपल रोजाना जांच के लिए लिए जा रहे थे। शनिवार से जिले के विभिन्न संस्थानों से तीन हजार 282 सैंपल इकट्ठा किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अबतक जिले में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की जांच कराई गई है। इसमें करीब 3600 कोरोना मरीज मिले हैं। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना 5000 सैंपल की जांच करने का फैसला किया है। आरएमआरआइ में सैंपल भेजे जाने के साथ रैपिड एंटीजन किट और ट्रूनेट मशीन से भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट लगभग 84 प्रतिशत है। शनिवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3599 हो गई है। वहीं 3350 संक्रमितों ने कोरोना को मात दे दी है। फिलहाल संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं, जबकि जिले में 231 एक्टिव मरीज हैं। इनमें से करीब एक दर्जन मरीजों का अनुमंडलीय अस्पताल में बनाए गए कोविड सेंटर व एनएमसीएच पटना में इलाज चल रहा है। वहीं जिले में 18 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है। सीएस ने बताया कि कोरोना जांच के लिए शनिवार को 3307 सैंपलों एकत्रित किए गए। इसमें 175 सैंपलों की जांच ट्रूनेट व 2829 सैंपलों की रैपिड एंटीजन किट द्वारा किया गया। इसमें दस लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। वहीं 303 सैंपलों को आरएमआरआइ में जांच के लिए भेजा गया।

एक जगह 10 लोगों का समूह होना अनिवार्य होगा :

सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए अब शहर के विभिन्न जगहों पर सैंपल इकट्ठा किया जाएगा। लेकिन इसके लिए 10 लोगों का समूह होना अनिवार्य होगा। इस दौरान लोगों को पहले नाम, आधार संख्या, फोन नंबर, तारीख, पता और उम्र पहले लिखाना होगा, ताकि स्वास्थ्य कर्मी सैंपल देने वाले व्यक्ति का डाटा तैयार कर सकें।

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