रिहायशी इलाके में कूड़ा-कचरा रखने से बढ़ी परेशानी

शहर के अधिकतर हिस्सों में गंदगी का अंबार लगा है। नगर परिषद की सफाई व्यवस्था लचर है। शहर के कूड़ा की डंपिग की बेहतर व्यवस्था नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Mar 2019 12:29 AM (IST) Updated:Wed, 27 Mar 2019 12:29 AM (IST)
रिहायशी इलाके में कूड़ा-कचरा रखने से बढ़ी परेशानी
रिहायशी इलाके में कूड़ा-कचरा रखने से बढ़ी परेशानी

सीतामढ़ी । शहर के अधिकतर हिस्सों में गंदगी का अंबार लगा है। नगर परिषद की सफाई व्यवस्था लचर है। शहर के कूड़ा की डंपिग की बेहतर व्यवस्था नहीं है। इस कारण रिहायशी इलाके में ही कूड़ा डंप किया जाता है। इसकी वजह से अधिकांश नालियां जाम रहती हैं। गंदा पानी घरों में घुसता है।

सफाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं :

शहर में सफाई की लचर व्यवस्था है। नगर परिषद हर दिन करीब एक सौ क्विटल कूड़ा उठाता है। कूड़ा उठाव में हर महीने 10 से 12 लाख रुपये खर्च होते हैं। कूड़े के निस्तारण की कोई खास व्यवस्था नहीं है। इस कारण कूड़ा रिग बांध के किनारे रिहायशी इलाके में फेंक दिया जाता है। हालांकि, नगर परिषद द्वारा कूड़ा डंप करने के लिए खैरवा में जमीन खरीदी गई है। 16 करोड़ की लागत से वहां कूड़ा निस्तारण यूनिट लगाने की योजना भी बनाई गई है। उससे बिजली बनाने, गैस उत्पादन और ईंट बनाने के संयंत्र लगाए जाएंगे। ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव पर्व त्योहारों या विशेष आयोजनों पर ही होता है।

कोट :

नगर परिषद क्षेत्र में सफाई की व्यवस्था की गई है। हर वार्ड में सफाई कर्मी नियुक्त है। जहां कहीं भी लापरवाही होती है, संबंधित सफाई कर्मी पर कार्रवाई की जाती है। कूड़ा डंप करने के लिए नगर परिषद द्वारा जमीन खरीदी गई है। कचरा निस्तारण के लिए संयंत्र लगाए जाएंगे।

दीपक झा

कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, सीतामढ़ी।

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