पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक समेत तीन दर्जन अधिकारी-कर्मी तलब
सीतामढ़ी। प्रभारी डीएम सह एडीएम विभागीय जांच अवधेश राम ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत प्रोत्साहन राशि का भुगतान पचास फीसद से कम रहने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले के नौ प्रखंडों के पीएचसी प्रभारी और स्वास्थ्य प्रबंधक समेत तीन दर्जन अधिकारी और कर्मियों को तलब किया है।
सीतामढ़ी। प्रभारी डीएम सह एडीएम विभागीय जांच अवधेश राम ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत प्रोत्साहन राशि का भुगतान पचास फीसद से कम रहने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिले के नौ प्रखंडों के पीएचसी प्रभारी और स्वास्थ्य प्रबंधक समेत तीन दर्जन अधिकारी और कर्मियों को तलब किया है। प्रभारी डीएम ने मेजरगंज, रून्नीसैदपुर, बथनाहा, रीगा, सोनबरसा, नानपुर, पुपरी, सुप्पी और परसौनी के पीएचसी प्रभारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड लेखापाल और प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक को स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा है। प्रभारी डीएम ने शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस एवं जीविका की समन्वय समिति की बैठक में योजनाओं की समीक्षा के दौरान यह आदेश दिया। बैठक में आकांक्षी जिला के तहत स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित सूचकांक पर चर्चा की गई। वहीं सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम, कालाजार और यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम और आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सेवाओं की समीक्षा की गई। प्रभारी जिला पदाधिकारी ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सेवाओं का प्रतिवेदन कैश एप्लीकेशन पर डाउनलोड करने का आदेश दिया। साथ ही प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस एवं जीविका की समन्वय बैठक आयोजित कर सभी सूचकांक पर समीक्षा करने के लिए निर्देश दिया। मौके पर मौजूद जिला वीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रवींद्र कुमार ने सभी पीएचसी प्रभारियों को सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत दवा खाने से वंचित लोगों के लिए मॉपअप राउंड चलाकर 24 नवंबर तक दवा खिलाने का निर्देश दिया। वहीं इससे संबंधित समेकित प्रतिवेदन 27 नवंबर तक जिला वीबीडी नियंत्रण कार्यालय को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने इस अभियान से जुड़े सभी कर्मियों को प्रोत्साहन राशि का ससमय भुगतान करने और सभी अनुश्रवण प्रपत्र तथा पंजी का मूल्यांकन सुरक्षित रखने का निर्देश दिया। जबकि बैठक में संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने सभी पीएचसी प्रभारियों को ओपीडी में यक्ष्मा रोगियों की पहचान करने का निर्देश दिया। साथ ही जांचोपरांत चिन्हित मरीजों का इलाज कराने का आदेश दिया। मौके पर गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशित रंजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक समरेंद्र नारायण वर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जीविका इंदू शेखर, डीपीओ आईसीडीएस पुष्पा कुमारी के अलावा समेत सभी पीएचसी प्रभारी, और सहयोगी एजेंसी के अधिकारी मौजूद थे।
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गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच कराने का आदेश
सीतामढ़ी : बैठक में गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य पर चर्चा की गई। वहीं सरकार प्रायोजित स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया गया। बताया गया कि गुणवत्तापूर्ण प्रसव के पूर्व सभी तरह की जांच कराए। गर्भवती महिलाओं को आयरन व कैल्सियम की गोली देने व प्रत्येक प्रसव के पूर्व हिमोग्लोबीन की जांच कराने का निर्देश दिया गया। वहीं इससे संबंधित आंकड़े एचएमआईएस एवं आरसीएच पोर्टल पर ससमय अपलोड करने का आदेश दिया गया। जबकि जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों का भुगतान एक सप्ताह के भीतर करने का निर्देश दिया गया। बैठक में संस्थागत प्रसव की उपलब्धि में सुधार के लिए निर्देश दिया गया।
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पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को सफल बनाने का आदेश
सीतामढ़ी: बैठक में चार दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन कर पुरुषों की नसबंदी का निर्देश दिया गया। बताया गया कि जागरूकता अभियान चला कर अधिक से अधिक पुरुषों को नसबंदी के लिए प्रेरित करें। साथ ही नसबंदी अभियान को सफल बनाने का आदेश दिया गया। बताया गया कि पिछले साल तय अवधि में बड़ी संख्या में पुरुषों की नसबंदी कर सीतामढ़ी ने देश स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया था।