चमकी बुखार ले रही महामारी का रूप
शिवहर। मस्तिष्क ज्वर (एईएस) जिसे आमतौर पर चमकी बुखार कहा जाता है महामारी का रुप ले रही है जिसका प्रभाव क्षेत्र मुजफ्फरपुर एवं पड़ोसी जिले का क्षेत्र देखा जा रहा है।
शिवहर। मस्तिष्क ज्वर (एईएस) जिसे आमतौर पर चमकी बुखार कहा जाता है महामारी का रुप ले रही है जिसका प्रभाव क्षेत्र मुजफ्फरपुर एवं पड़ोसी जिले का क्षेत्र देखा जा रहा है। अफसोस है कि इस बीमारी की कोई खास और मुफीद दवा इजाद नहीं की जा सकी है। नतीजतन आए दिन खासकर 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे एवं किशोर इसकी जद में आकर मौत के शिकार हो रहे हैं। इस पर विराम लगाने के लिए जन जागरुकता जरूरी है। उक्त बातें रेडक्रास जिलाध्यक्ष सह डीएम अरशद अजीज एवं जिला सचिव गिरीशनंदन सिंह प्रशांत ने संयुक्त रुप से कही है। वहीं बताया कि इसमें चूक तब होती है जब हम किसी बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं। चमकी बुखार भी उसमें एक है। अगर जरुरी सावधानियों बरती जाएं एवं बीमारी के प्रारंभ में ही चिकित्सा कराई जाए तो फिर एईएस पास नहीं फटकने वाली। इस दिशा में रेडक्रास सोसायटी ने जिले में एक जागरुकता अभियान चला रखा है। इसके तहत पंद्रह सूत्री सावधानियों से आवाम को जागरूक किया जा रहा है। जिसमें बच्चों को धूप से बचाने की हरसंभव कोशिश, दिन में दो बार स्नान कराने, नींबू- पानी या फिर ओआरएस का घोल पिलाने, बुखार होने पर गीले कपड़े से बदन पोंछने, बिना डॉक्टर से पूछे दवा नहीं देने, बच्चों को भरपेट भोजन देने, रात में भूखे पेट नहीं सोने, जमीन पर गिरे लीची या कोई अन्य फल नहीं खाने, बच्चों को गर्म कपड़ों से नहीं ढकने, बुखार की हालत में बच्चे का सिर नीचे नहीं झुकाने, मुर्छा की स्थिति में नाक नहीं दबाने, झाड़ फूंक एवं टोटके से परहेज, आक्रांत बच्चे का जल्द से जल्द इलाज कराने एवं मुजफ्फरपुर रेफर होने पर बंद गाड़ी में जाने आदि जागरूकता लोगों के बीच फैलाई जा रही है। वहीं रेडक्रास सोसायटी जनहित में यह भी संदेश दे रहा है कि एंबुलेंस के लिए 102 या 108 पर फोन करें। वहीं गांव गंवई में प्रबुद्ध जनों को इस मुहिम को आगे बढ़ाने को कहा जा रहा है।