साल के सभी चार नवरात्र में दिखता है आस्था और भक्ति का रंग

सीतामढ़ी। श्रीसिद्धपीठ अघोर आश्रम डकरामा में साल के चारों नवरात्र पर शक्ति की भक्ति का अवि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:38 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:38 AM (IST)
साल के सभी चार नवरात्र में दिखता है आस्था और भक्ति का रंग
साल के सभी चार नवरात्र में दिखता है आस्था और भक्ति का रंग

सीतामढ़ी। श्रीसिद्धपीठ अघोर आश्रम डकरामा में साल के चारों नवरात्र पर शक्ति की भक्ति का अविरल मंजर दिखता है। एनएच 77 खनुआ घाट से सटे पूरब डकरामा गांव स्थित श्रीसिद्धपीठ अघोर आश्रम डकरामा स्थित माता दु़र्गा, दक्षिण काली और बगलामुखी आस्था और भक्ति के केंद्र बन गए हैं। यहां माथा टेकने मात्र से हर मुराद पूरी होती है। यहां साल के सभी चारों नवरात्र पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसी मान्यता है कि, यहां हर वक्त माता उपस्थित रहती है और भक्तों का कष्ट दूर कर उनकी मुराद को पूरा करती है। सात्विक पद्धति, बंगलामुखी, आराधना व अघोरपंथ इस चमत्कारी सिद्धपीठ की पहचान है। डकरामा स्थित बंगलामुखी साधना केंद्र देश स्तर की शक्तिपीठ है। यहां आकर सच्चे मन से जिसने भी झोली फैलाई वह खाली नहीं गया। यहां पिछले पांच दशक से श्रक्ति की भक्ति और आस्था का दीप जल रहा है। बैंककर्मी रहे शिवजी सिंह को संसारिक विरक्ति ने इस कदर व्याकुल कर दिया कि नौकरी छोड़ दी। बाबा अघोरेश्वर स्वामी नारायण से दीक्षा ली और कठिप तप की बदौलत सिद्धियां प्राप्त कर जल कल्याण में जुट गए। जनकल्याण की वजह से उन्होंने काफी प्रसिद्धि पाई और लोगों ने शिवजी सिंह से स्वामी शिवजी सिंह बना दिया। स्वामी शिवजी सिंह न केवल लोगों का दु:ख-दर्द दूर कर रहे हैं, बल्कि बगैर अन्न-जल के साल के सभी चार नवरात्र भी कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मौजूदा वक्त में भी सिद्धपीठ में शक्ति की साधना का दौर शुरू हो गया है। हालांकि, इस बार लोगों के प्रवेश पर रोक है।

महागौरी की पूजा अर्चना :

बाजपट्टी प्रखंड मुख्यालय स्थित मंगला धाम मंदिर में चल रहे चैत्र नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा अर्चना की गई। मंदिर के आचार्य कृष्ण कुमार झा ने माता महागौरी की पूजा अर्चना की इस दौरान पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया माता मंगला काली का विशेष श्रृंगार किया गया। आचार्य ने बताया कि माता महागौरी की पूजा अर्चना करने से भक्तों को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और उनका कल्याण होता है। सभी मनवांछित कार्यों की पूर्ति अति शीघ्र हो जाती है। उन्होंने बताया कि रात्रि में निशा पूजा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देवी को छप्पन भोग से भोग लगाया जाएगा और उनकी विशेष प्रकार की पूजा अर्चना देर रात तक होगी। मंदिर परिसर में कोरोना महामारी के देखते हुए सार्वजनिक पूजा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है। कोविड-19 के गाइडलाइन को देखते हुए पूजा अर्चना की जा रही है। पूजा-अर्चना में राम विवेक कुमार, रणधीर सिंह, पिटू कुमार, आलोक कुमार, आशुतोष कुमार सहित अन्य की सराहनीय सहयोग कर रहे हैं।

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