बॉर्डर पर बसा परिहार व बेला का इलाका ताबड़तोड़ डकैती से हुआ कंगाल

सीतामढ़ी। भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित सीतामढ़ी जिले के परिहार प्रखंड का परिहार व बेला थाने का इलाका डकैतों के लिए सेफजोन बन चला है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 11:16 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 11:16 PM (IST)
बॉर्डर पर बसा परिहार व बेला का इलाका ताबड़तोड़ डकैती से हुआ कंगाल
बॉर्डर पर बसा परिहार व बेला का इलाका ताबड़तोड़ डकैती से हुआ कंगाल

सीतामढ़ी। भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित सीतामढ़ी जिले के परिहार प्रखंड का परिहार व बेला थाने का इलाका डकैतों के लिए सेफजोन बन चला है। दोनों इलाकों में डकैती की ताबड़तोड़ घटनाओं से लोग कंगाल हो गए हैं। गाढ़ी महेनत की कमाई बंदूक की नोक पर लूट ली गई। इसमें शिक्षक और किसान भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। आम आदमी भय एवं दहशत के साये में जीने को विवश है। हाल के दिनों में परिहार एवं बेला में डकैती की लगातार घटनाओं से पुलिस और प्रशासन से लोगों का भरोसा उठने लगा है। तारीखों के आईने में डकैती की घटनाएं व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती हैं। 18 सितंबर, 21 बेला थाना के नरगां में पंडित जगन्नाथ मिश्र एवं शिव नगर में किसान राम बहादुर साह के घर से एक लाख से अधिक नकदी समेत ढाई लाख रुपये की संपत्ति लूटी गई। ठीक 12वें दिन 30 सितंबर, 2021 को इसी थाना क्षेत्र के खैरबा मुस्लिम टोल में डकैतों ने पांच घरों को निशाना बनाया। ढाई लाख कैश, जेवर समेत करीब चार लाख रुपये की संपत्ति लूट ले गए। इससे पहले 12 जून, 2021 को इसी थाने के बगदह टोल में डकैती का प्रयास हुआ। दो ग्रामीणों को मारपीट कर जख्मी कर दिया। इनमें से एक की मौत हो गई। साल के शुरुआत में 14 फरवरी, 21 को बेला थाने के विष्णुपुर गांव में किसान रविदर साह के घर से 15 लाख की लूट हुई। तीसरे दिन 17 फरवरी, 21 को परिहार थाना क्षेत्र के रमनैका गांव में भी डकैती हुई। किसान रामबरन महतो के घर से तीन लाख की संपत्ति लूट ले गए। ----------------------------

2017 से डकैतों ने नाकोदम कर रखा, लूट रही खून-पसीने की कमाई 13 नवंबर, 2020 को बेला थाने के खैरबा में व्यवसायी इंदल चौधरी के घर 15 लाख रुपये की लूट हुई। पांच दिन बाद 18 नवंबर, 2020 को इसी थाने के रैन टोला में पॉल्ट्री व्यवसाय शाहिद अंसारी के घर 10 लाख रुपये की संपत्ति लूटी गई। आठ दिसंबर 2018 को परिहार बाजार के व्यवसायी अजय कुमार महतो के घर आठ लाख रुपये की लूट हुई। इससे पहले चार नवंबर, 2018 को बेला के बहुअरवा में दो घरों में डाका पड़ा और पांच लाख रुपये की संपत्ति लूट ले गए। इस वारदात के डेढ़ माह पहले डाका पड़ चुका था। 15 अक्टूबर, 2018 को परिहार थाने के सुक्की मुसहरनियां में दसई राय के घर से तीन लाख रुपये की संपत्ति लूटी गई थी। इसी साल 15 जून, 2018 को बेला थाने के मझौरा में शिक्षक राम एकबाल साह के घर भी डकैती हुई थी। उनके घर से सात लाख रुपये की लूट हुई थी। 12 मई, 2018 को परिहार के सुक्की मुसहरनियां में सेवानिवृत्त शिक्षक राम प्रमोद ठाकुर के घर भी डाका पड़ा था। लाखों रुपये की संपत्ति लूटी गई थी। 16 मार्च, 2018 को बेला थाने के भेड़रहिया में लकड़ी व्यवसाई के घर से छह लाख की संपत्ति लूटी गई। 26 जनवरी, 2018 को परिहार थाने के जगदर गांव में रिटायर्ड फौजी के घर से आठ लाख रुपये की संपत्ति की लूट हुई थी। 2017 भी डकैती से अछूता नहीं रहा। 27 नवंबर, 2017 को परिहार के सुक्की मुसहरनियां में डीलर राम चंद्र ठाकुर एवं हसीब नट के घर से 17 लाख रुपये की संपत्ति पर भीषण डाका पड़ा। एक दिन पहले 26 नवंबर, 2017 को बेला थाने के सिरसिया गांव में टेंट व्यवसायी मनोज नायक के घर से तीन लाख रुपये की संपत्ति लूटी गई थी। 22 दिसंबर, 2017 को बेला थाने के विष्णुपुर में निजी क्लीनिक से एक लाख की लूट हुई थी। इससे दो दिन पूर्व यानी 20 दिसंबर को ही परिहार के सुक्की मुसहरनियां में सेवानिवृत्त शिक्षक रामचंद्र पंडित के घर पांच लाख की चोरी हुई थी।

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