दिनभर में आनी थी दस ट्रेनें, बिना जानकारी पहुंच गईं तीन अन्य ट्रेनें

सीतामढ़ी। पिछले 6 मई से स्पेशल ट्रेनों के आने का सिलसिला शुरू है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 01:18 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 07:43 AM (IST)
दिनभर में आनी थी दस ट्रेनें, बिना जानकारी पहुंच गईं तीन अन्य ट्रेनें
दिनभर में आनी थी दस ट्रेनें, बिना जानकारी पहुंच गईं तीन अन्य ट्रेनें

सीतामढ़ी। पिछले 6 मई से स्पेशल ट्रेनों के आने का सिलसिला शुरू है। मगर, ट्रेनों के आने का न टाइम-टेबल है न उनके बारे में समय पर किन्हीं को कोई जानकारी मिल पा रही है। ट्रेनों की आवाजाही की बदइंतजामी ऐसी कि गुरुवार को पहुंचने वाली दस ट्रेनों में सात का कोई अता-पता नहीं था। अन्य तीन ट्रेनें बिना सूचना के अचानक पहुंच गईं। सुरक्षा इंतजाम में लगे पदाधिकारियों के हाथ-पांव फुल रहे थे। जो तीन ट्रेनें सूचना के मुताबिक पहुंचीं उनसे 2830 प्रवासी आए। इन तीनों ट्रेनों में गुजरात के उदना-दरभंगा वाया सीतामढ़ी से 426, मुंबई-बैरगनिया ट्रेन से 802, मुंबई-सीतामढ़ी से 1600 प्रवासी आए।

बिना सूचना आई तीन ट्रेनों- कालका-दरभंगा, मुंबई-दरभंगा व गुजरात के मेहसाणा जंक्शन से कुल 209 प्रवासी पहुंचे। अब तक तकरीबन 60017 प्रवासी लौट चुके हैं। अधिकतर ट्रेनें लॉकडाउन के चलते ही इस रूट पर आ रहीं हैं, जो इससे पहले कभी नहीं आई थीं। अभी तक 57 ट्रेनें आ चुकी हैं और लगातार उनका आना जारी रहने वाला है। ट्रेनों से स्टेशन पर उतरने के बाद कुछ प्रवासी प्रशासन की आंखों में धुल झोक भाग निकल जा रहे हैं। मुंबई से आया एक श्रमिक डुमरा के भीसा वार्ड नंबर-8 में भागकर चला गया। वहां पहुंचते ही लोगों ने देखकर विरोध जताया। बसों से क्वारंटाइन सेंटर रवाना किए गए प्रवासी

ट्रेन आने के पूर्व पूरे स्टेशन परिसर को सैनिटाइज किया गया। बसों से उन्हें उनके संबंधित क्वारंटाइन सेंटरों के लिए पुलिस सुरक्षा में रवाना किया गया। जैसे ही ट्रेन एक नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची राजकीय रेल पुलिस के थानाध्यक्ष राजकुमार राम व रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार, उप निरीक्षक पीके झा सुरक्षा बलों के साथ ट्रेन को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम सदर आइएएस कुमार गौरव, एसडीपीओ डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र, एसडीएम रोचना माद्री तथा स्टेशन अधीक्षक मदन प्रसाद, उप स्टेशन अधीक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह व पूछताछकर्मी मनोरंजन सिंह भी मौजूद थे। वही राजकीय रेल पुलिस की महिला टीम लीडर एएसआइ मंजू कुमारी, हवलदार पवन देवी, आरक्षी पूनम कुमारी, रेखा रानी, अस्मिता कुमारी, प्रतिमा कुमारी व मिता कुमारी के साथ स्टेशन पर कोरोना योद्धा की तरह डटी रहीं।

------------------------------

chat bot
आपका साथी