निर्माण के एक साल पूरा होने से पहले ही ध्वस्त होने लगी सड़क

सीतामढ़ी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 2 करोड़ से अधिक की लागत से बनी सड़क एक वर्ष पूरा होने से पहले ही ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Jun 2020 11:54 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jun 2020 06:09 AM (IST)
निर्माण के एक साल पूरा होने से पहले ही ध्वस्त होने लगी सड़क
निर्माण के एक साल पूरा होने से पहले ही ध्वस्त होने लगी सड़क

सीतामढ़ी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 2 करोड़ से अधिक की लागत से बनी सड़क एक वर्ष पूरा होने से पहले ही ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गई है। इससे सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल रही है। सड़क के जगह-जगह जर्जर होने से अवागमन में लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि यह सड़क इस इलाके के लिए काफी महत्वपूर्ण है। सामरिक ²ष्टि कोण से भी यह सड़क महत्वपूर्ण है। सड़क नेपाल के मलंगवा की सीमा तक पहुंचने के लिए उपयोगी है। इसके अलावा इस सड़क से लक्ष्मीपुर, बदुरी, हनुमाननगर, मटियार, मड़पा कचोर सहित दर्जनों गांव के लोग इस सड़क से रीगा चीनी चीनी मिल तक गन्ना की ढुलाई भी करते हैं। मालूम हो कि स्थानीय लोगो की मांग पर तत्कालीन सांसद रामकुमार शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत प्रखंड के सहियारा बाजार चौक से कटहीटोला होते लक्ष्मीपुर गांव के समीप झंडा चौक तक 2.808 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया था। इसके निर्माण पर 2 करोड़ 7 लाख 66 हजार की राशि खर्च की गई थी। इसमें कई जगहों पर पीसीसी का निर्माण किया गया है। पिचिग व कालीकरण का कार्य बीते वर्ष जुलाई में किया गया था। ग्रामीणों की माने तो सड़क निर्माण के संवेदक द्वारा बालू की जगह मिट्टी की उपयोग किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से शिकायत भी की थी। लेकिन कोई जांच नहीं की गई। जिस कारण एक वर्ष पूरा होने से पहले ही कटही टोला से उत्तर एक किलोमीटर की दूरी तक सड़क ध्वस्त हो गई है। इस संबंध में विभागीय जेई ललित मोहन ने बताया कि सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार, संवेदक को पांच वर्षों तक निर्मित सड़क को देखरेख की जिम्मेवारी दी जाती है। अभी तो एक वर्ष ही हुआ है। हर हाल में ध्वस्त हो रही सड़क की मरम्मत संवेदक को करना होगा। अन्यथा सिक्युरिटी मनी के भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी।

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