आक्सीजन नहीं मिलने से मौत मामले को लेकर पीएचसी की व्यवस्था पर उठ रहे सवालिया निशान

सीतामढ़ी। पिछले दिनों ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण एक वृद्ध की हुई मौत मामले को लेकर पीएचसी के अंदर ही अंदर हड़कंप मचा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:56 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 12:37 AM (IST)
आक्सीजन नहीं मिलने से मौत मामले को लेकर पीएचसी की व्यवस्था पर उठ रहे सवालिया निशान
आक्सीजन नहीं मिलने से मौत मामले को लेकर पीएचसी की व्यवस्था पर उठ रहे सवालिया निशान

सीतामढ़ी। पिछले दिनों ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण एक वृद्ध की हुई मौत मामले को लेकर पीएचसी के अंदर ही अंदर हड़कंप मचा हुआ है। ऐसी भी बात सामने आ रही है कि अगर मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी तो कंस्ट्रेटर मशीन भी लगाई जा सकती थी। इतना ही नही इस मामले में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व कर्मियों द्वारा ऑक्सीजन की चाबी नही रहने के सवाल पर चिकित्सा पदाधिकारी को तब वस्तु स्थिति की जानकारी नही दिए जाने की बात भी खुल कर सामने आ रही है। बताया जाता है कि घटना की रात जब मरीज को उनके स्वजनों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया तब भले ही ऑक्सीजन सिलेंडर की चाबी नही रही हो, लेकिन वहां एक कंस्ट्रेटर मशीन उपलब्ध था। उसी कंस्ट्रेटर मशीन से दिन में सांस में तकलीफ को लेकर पहुंचे मरीज को जान बचाया गया था। सूत्रों की माने तो हीलिग फील्ड फाउंडेशन नामक संस्था द्वारा पूर्व में 2 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराया गया था। जिसमें से एक चालू हालत में इमरजेंसी वार्ड में तो दूसरा स्टोर में रखा था। मामला चाहे जो भी हो, लेकिन कई ऐसे पहलू है जो लापरवाही के साथ व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है। बताते चले कि मामला हरदिया गांव का है। बीते शुक्रवार को देवनाथ झा (72) नामक मरीज की तबियत देर रात अचानक खराब हो गई थी। उन्हें सांस लेने के अलावे कई तरह की गंभीर तकलीफों को देख स्वजन इमरजेंसी हालत में पीएचसी ले गए थे। जहां ड्यूटी पर तैनात एक चिकित्सक ने भर्ती तो कर लिया, लेकिन हालत नाजुक होने व सांस लेने में हो रही परेशानी के कारण मरीज देवनाथ को तत्क्षण ऑक्सीजन की जरूरत पर असमर्थ दिखने लगे। तब उन्हें डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। जहां जाने के क्रम में रास्ते में उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक के पुत्र संजीव कुमार झा ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं स्वजन जयप्रकाश झा ने अधिकारियों से इसकी शिकायत कर कुव्यवस्था व लापरवाही का आरोप लगा जांच कर कार्रवाई की मांग की।

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