वारदात की एक-एक कड़ी जोड़ पुलिस ने लुटेरों को पहनाई हथकड़ी

सीतामढ़ी। पेट्रोल पंप लूटकांड में पुलिस टीम ने वारदात की एक-एक कड़ी को जोड़ अपराधियों को हथकड़ी पहनाने में सफलता पाई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Nov 2019 12:28 AM (IST) Updated:Fri, 29 Nov 2019 06:13 AM (IST)
वारदात की एक-एक कड़ी जोड़ पुलिस ने लुटेरों को पहनाई हथकड़ी
वारदात की एक-एक कड़ी जोड़ पुलिस ने लुटेरों को पहनाई हथकड़ी

सीतामढ़ी। पेट्रोल पंप लूटकांड में पुलिस टीम ने वारदात की एक-एक कड़ी को जोड़ अपराधियों को हथकड़ी पहनाने में सफलता पाई है। हालांकि, लूट के इस मामले में कुल रकम को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। दर्ज प्राथमिकी में 8.61 लाख रुपये की लूट का जिक्र है। लुटेरों के पास से महज 21 हजार 374 रुपये ही बरामद हुए हैं। पंप मैनेजर विश्वनाथ राउत द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दो बदमाशों पर लूट का आरोप लगाया गया है, जबकि पुलिस ने चार को गिरफ्तार किया है।पांचवे की तलाश भी हो रही है। जब्त मोबाइल की कॉल डिटेल्स की जांच से अभी और भी कुछ सामने आ सकता है। पुलिस के लिए फरार बदमाश की गिरफ्तारी अहम है। बताया गया है कि बथनाहा थाने के महुआवा निवासी राम प्रवेश चौधरी ने बेला थाना के नरंगा गांव के नीतीश कुमार उर्फ दबंग, अनिल कुमार साह, सोनू पासवान व एक अन्य के साथ मिल कर लूट की साजिश रची। 24 नवंबर की रात तय रणनीति के तहत पंप से लूटकांड को अंजाम दिया गया। इसके बाद लुटेरों की यह टीम लूट की दूसरी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में लगी ही थी, कि पुलिस की टीम ने एक-एक कर चारों को दबोच लिया। गिरफ्तार राम प्रवेश चौधरी हत्या, आ‌र्म्स एक्ट और मारपीट समेत कई संगीन मामलों का आरोपी है। वह एक माह पूर्व जेल से जमानत पर निकला है। हालांकि, गिरफ्तार राम प्रवेश चौधरी ने बताया कि वह बेगुनाह है। गांव में चल रहे भूमि विवाद के मामले के चलते साजिश के तहत उस पर झूठे मुकदमा दर्ज करा जेल भेज दिया जाता है। वह कई बार जेल जा चुका है।

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ऐसे हुई थी लूट

सीतामढ़ी : बेला थाने के नरंगा स्थित पूर्वे पेट्रोलियम से 24 नवंबर की रात बदमाशों ने आ‌र्म्स के बल पर 8.61 लाख रुपये लूट लिए थे। बदमाशों ने विरोध करने पर मैनेजर विश्वनाथ राउत को पिस्टल के बट से मार जख्मी कर दिया था। भागते वक्त मैनेजर को कमरे में बंद कर दिया था। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने कमरे से बाहर निकाला था। इंस्पेक्टर फारुक हुसैन, बेला थानाध्यक्ष अशोक कुमार व सोनबरसा पुलिस की टीम सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंच लुटेरों की तलाश में छापेमारी की थी। वहीं पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की थी। एसपी अनिल कुमार ने खुद भी घटनास्थल पर पहुंच मामले की जांच की थी। साथ ही श्वान दस्ते की मदद से लुटेरों का पता लगाने की कोशिश की गई थी। 25 नवंबर को जख्मी मैनेजर के बयान पर बेला थाने में दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

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