सीतामढ़ी में उग्र भीड़ का पुलिस पर हमला, पथराव व आगजनी

शहर से सटे मधुबन गांव में आस्था पर चोट के चलते दरके सामाजिक सदभाव की बुनियाद को मजबूत करने व सामाजिक सदभाव की बहाली के लिए गई पुलिस टीम पर शनिवार को उपद्रवियों ने हमला कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Oct 2018 12:56 AM (IST) Updated:Sun, 21 Oct 2018 12:56 AM (IST)
सीतामढ़ी में उग्र भीड़ का पुलिस पर हमला, पथराव व आगजनी
सीतामढ़ी में उग्र भीड़ का पुलिस पर हमला, पथराव व आगजनी

सीतामढ़ी । शहर से सटे मधुबन गांव में आस्था पर चोट के चलते दरके सामाजिक सदभाव की बुनियाद को मजबूत करने व सामाजिक सदभाव की बहाली के लिए गई पुलिस टीम पर शनिवार को उपद्रवियों ने हमला कर दिया। एसपी समेत पुलिस अधिकारी और जवानों पर पथराव कर दिया। साथ ही पुलिस की जीप और व्रज वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में पुलिस की टीम ने एसएसबी जवानों के साथ लाठी चार्ज, हवाई फाय¨रग और आंसू गैस के गोले दाग कर स्थिति नियंत्रित किया। साथ ही डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, इसके पूर्व उपद्रवियों ने मधुबन, मुरलिया चक, गौशाला चौक, नोनिया टोल और राजोपट्टी में जमकर हंगामा किया। मधुबन और गौशाला चौक पर कई दुकानों में तोड़फोड़ करते हुए आगजनी की। कई दुकान, ठेला और कबाड़खाना के गोदाम आग के हवाले कर दिया। एक बाइक और एक चारपहिया वाहन भी फूंक दी। मधुबनी से फैली आक्रोश की आग शहर के आस पास के कई इलाकों में फैलने लगी। लिहाजा पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति संभाली। बाद में पुलिस ने एहतियात के तौर पर सीतामढ़ी सदर अनुमंडल में धारा 144 लागू कर दी है। वहीं इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। जबकि जगह-जगह सशस्त्र बल तैनात है। इसी बीच शाम में आइजी सुनील कुमार व डीआइजी अनिल कुमार ¨सह सीतामढ़ी पहुंचे और जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय अधिकारियों व सशस्त्र बल के साथ प्रभावित इलाकों में शांति मार्च किया। इस दौरान आइजी-डीआइजी ने आम जनता से शांति व सदभाव की अपील की। आइजी ने कहा कि हर हाल में कानून का पालन होगा। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इधर, डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह और एसपी विकास बर्मन ने संयुक्त रूप से कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व समाज को बांटने की तैयारी में थे। लेकिन, उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया गया। डीएम-एसपी ने आम जनता से अफवाहों से बचने व प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। बताते चलें कि शुक्रवार की शाम विसर्जन जुलूस के दौरान मधुबन गांव में दो गुटों में तनाव उत्पन्न हो गया था। जिसे एसपी वर्मन समेत पुलिस की टीम ने नियंत्रित कर लिया। शनिवार को शहर के बड़ी बाजार की काली प्रतिमा को विसर्जन के लिए हाजीपुर जाने के दौरान मधुबन गांव में घटना की पुनरावृत्ति के बाद लोग आक्रोशित हो गए। स्थिति नियंत्रित करने गई पुलिस भी लोगों के आक्रोश का शिकार बन गई। घटना में एसपी समेत दो दर्जन पुलिस अधिकारी चोटिल हो गए। जबकि, पुनौरा ओपी के जमादार राम बहादुर ¨सह और महिला आरक्षी चांदनी कुमारी गंभीर रूप से जख्मी हो गईं।

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