शहर के कई स्थानों पर पुलिस और सीसीटीवी नहीं, लोग भयाक्रांत
सीतामढ़ी। शहर के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा को लेकर पुलिस की तैनाती की गई है। चौक-चौराहों के साथ ही अस्पतालों मंदिरों व पार्क के समीप पुलिस नजर आती है।
सीतामढ़ी। शहर के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा को लेकर पुलिस की तैनाती की गई है। चौक-चौराहों के साथ ही अस्पतालों, मंदिरों व पार्क के समीप पुलिस नजर आती है। लेकिन, कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं बावजूद वहां पुलिस नजर नहीं आती। वहां पुलिस की तैनाती नहीं की गई है। हालांकि, इन स्थानों पर पुलिस गश्ती करती रहती है। शहर के कारगिल चौक, पासवान चौक, मेला रोड, महंथ साह चौक, मेहसौल चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, दीपक स्टोर गली, हास्पीटल रोड, नगर उद्यान, जानकी मंदिर, रीगा रोड, गोशाला चौक आदि स्थानों पर पुलिस की तैनाती की गई है, लेकिन साहू चौक, शांतिनगर चौक, रिग बांध, पुराना बस स्टैंड व मेहसौल गुमटी आदि ऐसे स्थान है, जहां प्राय: घटनाएं होती रहती है, बावजूद इन इलाकों में पुलिस की प्रतिनियुक्ति नहीं होने से स्थानीय लोगों में भय बना रहता है। आए दिन इन इलाकों में घटनाएं एक आम बात है, लेकिन घटनाओं को सदैव ही नजर अंदाज कर दिया जाता है। शांतिनगर चौक से एक सड़क मेहसौल गोट के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ती है। अपराधियों के लिए घटनाओं को अंजाम देकर निकल भागने का राह आसान है। पूर्व में भी इस इलाके में दो हत्याएं हो चुकी हैं, जिसमें अपराधी घटना को अंजाम दे फरार हो गए। महज चार दिन पहले बैंक ऑफ बड़ोदा से सरकारी राशि लेकर जा रहे कर्मी का पीछा कर अपराधियों ने पैसे झपट लिया था। यहां चौक पर सीसीटीवी भी नहीं लगाया गया है। कुछ ऐसी ही स्थिति साहू चौक, पुराना बस स्टैंड से मेहसौल गुमटी की है। इस इलाके से गुजरने वालों को भगवान पर ही भरोसा बचा है। आपराधिक प्रवृत्ति के लोग यहां सदैव ही अपनी मनमानी करते नजर आते हैं। पुरानी बस स्टैंड, स्टेशन रोड में तो बाहरी यात्री की क्या, स्थानीय लोगों को भी चुप रहना मजबूरी बनी रहती है। पुलिस की इन क्षेत्रों की सुरक्षा के प्रति उदासीनता भी अपराधियों के मनोबल को पंख दे रहा है।