एक दूजे के वास्ते मरने को तैयार, ऐसी अपनी दोस्ती ऐसा अपना प्यार
सीतामढ़ी। फ्रेंडशिप डे के मौके पर राम अवतार फिल्म के उस गाने का बोल बरबस ही याद आ जात
सीतामढ़ी। फ्रेंडशिप डे के मौके पर राम अवतार फिल्म के उस गाने का बोल बरबस ही याद आ जाता है जिसमें अनिल कपूर व सन्नी देओल की दोस्ती को बड़ी ही खूबसूरती से पिरोया गया था। 1988 में यह फिल्म आई थी और तब से दोस्ती की मिसाल इस गाने से दी जाती है। आज पूरी दुनिया ने फ्रेंडशिप डे मनाया। इस दिन हर शख्स अपने जीवन के अहम लोगों को सच्चे दोस्तों को जिन्होंने हर सुख-दूख की घड़ी में साथ दिया है उसे फ्रेंडशिप डे विश किया। हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते बहुत सारे दोस्त तो एक-दूसरे से मिल भी नहीं पाए। फोन और मैसेज के जरिये उन्होंने अपनी दोस्ती को जीवंत किया। इस दिवस विशेष को सेलिब्रेट करने के लिए दोस्तों ने एक-दूसरे को सरप्राइज गिफ्ट भेजा। किसी ने इमोशनल वीडियो तो किसी ने फ्रेंडशिप डे वाला मैसेज सेंड किया। ऐसे में आज हम बात कर रहे हैं कुछ वैसी ही दोस्ती के बारे में जिनके बारे में सुनकर दोस्ती की याद ताजा हो उठती है। इस रिश्ते की खासियर है कि उम्र के साथ इसके मायने भी बदलते रहते हैं। स्कूल में कुछ, कॉलेज में कुछ, ऑफिस में कुछ मायने होते हैं। मगर, इनकी दोस्ती बेहद खास और प्रेरणादायी है।
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छोटी बहन और पापा को ही मशरूम गर्ल मानती बेस्ट फ्रेंड
मशरूम गर्ल व जिला जदयू के किसान प्रकोष्ठ की अध्यक्ष अनुपमा झा और उनकी छोटी बहन पूजा कुमारी एक अच्छी दोस्त भी हैं। उनकी केमिस्ट्री और ट्यनिग गजब की है। दोनों की आवाज हूबहू मिलती-जुलती है। अनुपमा बताती हैं कि जब कभी उनके मोबाइल फोन कोई कॉल आती है और वह उठा नहीं पाती हैं तो छोटी बहन ही बात कर लेती है। सामने वाला उसको अनुपमा समझकर ही बातें कर लेता है। इसका भंडाफोर तब होता है जब वह शख्स ही कभी यह बताता है कि आपसे बात हुई थी तो मैं अवाक रह जाती हूं। पूजा से पूछने पर वह बताती हैं कि हां, उनका फोन आया था मैं बताना भूल गई थी। मशरूम गर्ल बताती हैं कि जिदगी में अपने यार को उनकी अहमियत एहसास करवाने का दिन होता है ''फ्रेंडशिप डे''। मगर, मेरे लिए तो मेरी बहन और पापा उदय कुमार चौधरी ही बेस्ट फ्रेंड हैं। हमारे कठिन समय में ये दोनों मजबूत सहारा बनते हैं। पूजा अभी बीएससी कर रही है। इनका घर चोरौत के बररी बेहटा में पड़ता है।
तनुष्का व युक्ति बिल्कुल सगी बहन जैसी
तनुष्का बताती है कि हम जिगरी दोस्त हैं। लेकिन, कभी कहासुनी हो भी गई तो सामने वाले को पता नहीं चलता। मान लीजिए स्कूल में खेल के मैदान में हम दोनों खेलने उतरे तो उस समय सारे गिले-शिकवे भूलाकर एक हो जाते हैं और सामने वाले के छक्के छुड़ा देते हैं। तनुष्का की दोस्त का नाम युक्ति है। दोनों आठवीं कक्षा में सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ती हैं। तनुष्का हॉस्पीटल रोड निवासी अधिवक्ता अजीत कुमार की पुत्री है तो युक्ति शहर के भवदेपुर के रहने वाले पुरुषोत्तम कुमार की पुत्री है। दोनों साथ-साथ पढ़ते ही साथ नौकरी भी करना चाहती हैं। मिस सीतामढ़ी आकांक्षा को अपनी दोस्ती पर नाज मिस सीतामढ़ी आकांक्षा मिश्रा अपनी दोस्तों की टोली पुनौराधाम में एकसाथ पूजा-अर्चना की और फ्रेंडशिप डे सेलिब्रेट किया। अलिशा, संजना, बुलबुल शर्मा, राजन, अमन शौर्या, हिमांशु, सोनू, सागर, केशर टीर्के, आर्यन वैभव, मीठू कुमार उनके बचपन के दोस्त हैं। आकांक्षा ने इस दिवस विशेष को सेलिब्रेट करते हुए कहा कि चांद की दोस्ती रात से सुबह तक, सूरज की दोस्ती दिन से शाम तक, हमारी दोस्ती पहली मुलाकात से आखिरी सांस तक रहेगी। हम सभी बचपन के दोस्त हैं, साढ़े पढ़े और बढ़े हैं। आकांक्षा की बेस्ट फ्रेंड अलिशा रांची में रहती है। उसने कहा कि हमारी दोस्ती गणित के जीरो की तरह है जिसके साथ भी रहेंगे उसकी कीमत बढ़ा देंगे। इन दोस्तों ने हंसी-मजाक में कहा कि भले ही अपने जिगरी दोस्त कम हैंज्पर जीतने भी है परमाणु बम हैं। आकांक्ष सन 2020 में मिस सीतामढ़ी रह चुकी हैं। वह एक डांस और योगा टीचर भी हैं। एक दूसरे को फ्रेंडशिप बैंड बांधा और मुबारकवाद दी।