कोरोना महामारी पर भारी पड़ी आस्था, दूसरी सोमवारी पर भी याद नहीं रहा कोरोना प्रोटोकाल

सीतामढ़ी। कोरोना महामारी पर आस्था भारी पड़ रही है। सावन की दूसरी सोमवारी पर भी श्रद्धालु

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:56 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:56 PM (IST)
कोरोना महामारी पर भारी पड़ी आस्था, दूसरी सोमवारी पर भी याद नहीं रहा कोरोना प्रोटोकाल
कोरोना महामारी पर भारी पड़ी आस्था, दूसरी सोमवारी पर भी याद नहीं रहा कोरोना प्रोटोकाल

सीतामढ़ी। कोरोना महामारी पर आस्था भारी पड़ रही है। सावन की दूसरी सोमवारी पर भी श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल याद नहीं रहा। शिवालय बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयघोषों से गूंज उठे। शिव के दर्शन और जलाभिषेक के लिए शिवालयों पर भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। हर कोई भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहता था। और इस जद्दोजहद में कोरोना गाइडलाइन की अमूमन हर जगह घोर अनदेखी हुई। पहली सोमवार पर भी इसी तरह से सुबह से ही मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। दूसरी सोमवारी पर भी महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया। सभी शिवालयों में चंदन, भांग, बेसन और फूलों से अनोखी शिव आकृति बनाकर पूजन किया गया। शिवभक्तों ने फूल, भेलपत्र और जलाभिषेक कर महादेव का पूजन किया। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर हालांकि, कई जागरूक लोगों ने अपने घर पर ही पूजा-अर्चना की। जदयू किसान प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष व मशरूम गर्ल अनुपमा झा ने कहा कि उन्होंने अपनी मां और बहन पूजा के साथ घर पर ही पूजा की। नागेश्वरनाथ मंदिर का पट रहा बंद, बाहर ही श्रद्धालुओं ने की पूजा अर्चना पुपरी। सावन के दूसरे सोमवार को हर-हर महादेव के उदघोष से शिवालय गुंजायमान रहे। कोरोना संक्रमण के कारण शहर स्थित बाबा नागेश्वर स्थान मंदिर का पट बंद ही रहा। बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना को पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मंदिर के मुख्य द्वार पर ही एक खिड़की के सहारे फूल चढ़ा नागेश्वरनाथ महादेव की पूजा-अर्चना की। कोरोना संक्रमण को लेकर श्रावणी मेला में मंदिरों के दरवाजे बंद रहने से श्रद्धालुओं में मायूसी देखी गई। सोमवारी को लेकर अहले सुबह से श्रद्धालुओं की शुरू हुई, जो दिनभर लगी रही। सभी को बाहर से ही पूजा व जलाभिषेक की अनुमति मिली। प्रशासन द्वारा सिर्फ पुजारी को जाने शिवलिग की पूजा की अनुमति है। बहरहाल इन बंदिशों के बाद भी किसी के जुबां पर बोल बम तो किसी के गले से हर हर महादेव की जयकारे लगता रहा।

chat bot
आपका साथी