अगले सप्ताह से रीगा चीनी मिल में डिस्टलरी हो जाएगा चालू, बनेगा एथेनॉल

सीतामढ़ी। आखिरकार रीगा चीनी मिल का डिस्टलरी यूनिट शुरू होने जा रहा है। शुक्रवार को

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:31 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:31 AM (IST)
अगले सप्ताह से रीगा चीनी मिल में डिस्टलरी हो जाएगा चालू, बनेगा एथेनॉल
अगले सप्ताह से रीगा चीनी मिल में डिस्टलरी हो जाएगा चालू, बनेगा एथेनॉल

सीतामढ़ी। आखिरकार रीगा चीनी मिल का डिस्टलरी यूनिट शुरू होने जा रहा है। शुक्रवार को बॉयलर की पूजा संपन्न हुई। अगले सप्ताह से यह यूनिट चालू हो जाएगा। चीनी मिल मे विधिवत वैदिक मंत्रोचारण के बीच बॉयलर की पूजा -अर्चना की गई। मिल के मानव संसाधन महाप्रबंधक बीएन चौधरी ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बॉयलर को चालू करने के लिए तैयारी की जा रही है। नवंबर 2020 से लेकर आठ मई 2021 तक प्रबंधन ने खुद एवं विभिन्न सरकारी तंत्र के द्वारा श्रमिकों से बार-बार आग्रह किया गया। मगर, वे काम पर नहीं लौटे। इसलिए बाध्य होकर बाहर से कामगारों को बुलाकर बॉयलर चलाना पड़ रहा है ताकि, डिस्टलरी का संचालन हो सके। मोलासेस एवं लगभग एक करोड़ का बगास कंपनी का बर्बाद हो रहा था। वही एक्साइज डिपार्टमेंट का बार-बार कंपनी को चालू करने को लेकर प्रेशर आ रहा था। पूजा के दौरान क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित किसान भी मौजूद बताए गए हैं। चीनी मिल के सीएमडी ओम प्रकाश धानुका वीडियो कॉलिग के माध्यम से क्षेत्र के किसानों से रूबरू भी हुए। किसानों को आश्वस्त कराया कि डिस्टलरी चालू हो रही है। आने वाले क्रॉसिग सीजन 2021- 22 में भी हर हाल में मिल चलाएंगे। प्रबंधन के द्वारा बताया गया कि कुछ यूनियन के नेताओं के द्वारा निजी स्वार्थ में लगभग 700 सौ श्रमिकों एवं 40000 हजार किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। बॉयलर पूजा के दौरान मौके पर महाप्रबंधक गन्ना यशपाल सिंह डिस्टलरी प्रबंधक एसके मिश्रा, लीगल मैनेजर केएन सिंह, सुधीर पांडेय, मुकुंद कुमार, उपेंद्र कुमार, अमरनाथ झा, सहित सैकड़ों किसान एवं कामगार मौजूद थे। गौरतलब है कि मिल प्रबंधन ने पहले ही शर्त रखी थी कि डिस्टलरी चालू होने के बाद ही मिल को चालू कराने की बात होगी। तर्क दिया कि डिस्टलरी इकाई का संचालन होने से एथनॉल बन जाने पर लगभग सात करोड़ रुपए चीनी मिल को प्राप्त हो जाएगा। उस पैसे से मजदूरों का बकाया भुगतान होगा। साथ ही अगले सीजन में गन्ना की खेती के लिए किसानों को अनुदान दिया जा सकेगा।

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