बिहार की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को ऊर्जावान बनाने की आवश्यकता

बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी एवं जिला शिक्षा विभाग की ओर से छात्रों एवं शिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी सचिन्द्र कुमार ने प्रशिक्षण में जुड़े अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शैक्षिक सुधार के अंतर्गत बिहार की स्कूल शिक्षा व्यवस्था को ऊर्जावान बनाने की आवश्यकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 12:24 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 12:24 AM (IST)
बिहार की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को ऊर्जावान बनाने की आवश्यकता
बिहार की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को ऊर्जावान बनाने की आवश्यकता

सीतामढ़ी । बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी एवं जिला शिक्षा विभाग की ओर से छात्रों एवं शिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी सचिन्द्र कुमार ने प्रशिक्षण में जुड़े अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शैक्षिक सुधार के अंतर्गत बिहार की स्कूल शिक्षा व्यवस्था को ऊर्जावान बनाने की आवश्यकता है। वेबिनार के मुख्य अतिथि बीआरए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के प्रति कुलपति प्रो. रविन्द्र कुमार ने कहा कि बिहार मैथमेटिकल सोसायटी द्वारा प्रत्येक जिला में शिक्षा उन्नयन के लिए किए गए प्रयास से शिक्षकों एवं छात्रों के साथ अभिभावकों में शैक्षणिक गतिशीलता बढ़ाने का सराहनीय कदम है। संयोजक सह संयुक्त सचिव डॉ. विजय कुमार ने ऑनलाइन प्रशिक्षण का संचालन करते हुए कहा कि इस सोसाइटी द्वारा प्रशिक्षण के साथ प्रतियोगिता परीक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। ओलंपियाड के माध्यम से प्रशस्ति पत्र एवं ओलंपियाड के टॉपर छात्रों को गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रोंज मेडल के साथ सम्मानित किया जाता है। वेबिनार के विशिष्ट अतिथि कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना के प्राचार्य प्रो. तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि पहली शिक्षा नीति 1968 के बाद नई शिक्षा नीति 2020 आई है। तिरहुत प्रमंडल, मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक जीवेन्द्र झा, श्री राधा कृष्ण गोयनका कॉलेज, सीतामढ़ी के प्राचार्य डॉ. राम नरेश पंडित रमण एवं प्राइवेट स्कूल चिल्ड्रेन वेलफेयर के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायाल अहमद ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए प्रबुद्ध वर्ग, एकेडमिक एवं कम्युनिटी को भी साथ साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। आईआईटी चेन्नई गणित विभाग के पूर्व प्रो. वी वेटरीवाल एवं आईआईटी कानपुर के अर्थशास्त्र के प्रो. जोयादीप दत्ता ने बताया कि यूक्लिड ने गणित के क्षेत्र में महान योगदान दिया है। गणित में उनके योगदान आज भी प्रासंगिक है। उनकी कृति एलिमेण्टस वर्तमान में प्रसिद्ध ग्रन्थ है। जिसके 1882 से अब तक एक हजार से अधिक संस्करण हो चुके हैं। बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी के जिला संयोजक राजेश कुमार सुन्दरका ने कहा कि जो छात्र एवं छात्राएं टैलेंट सर्च टेस्ट इन मैथमेटिकल ओलंपियाड एवं टैलेंट नर्चर कार्यक्रम के लिए क्लास 06 से 12, स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा आईआईटी, यूपीएससी, यूजीसी नेट, जेआरएफ आदि के लिए तैयारी करना चाहते हैं और ओलम्पियाड में भाग लेना चाहते हैं वह ऑनलाइन आवेदन डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.बीएसएमबिहार.ओआरजी पर एवं ऑफलाइन आवेदन 17 नवंबर तक कर सकते हैं।

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