अपहृत बच्ची बरामद, महिला समेत दो अपहरणकर्ता चढ़े रेल पुलिस के हत्थे
सीतामढ़ी। बैरगनिया रेलवे स्टेशन परिसर से एक बच्ची को बहला-फुसलाकर अपहरण कर भाग रहे अपरहणकर्ताओं को जीआरपी पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया।
सीतामढ़ी। बैरगनिया रेलवे स्टेशन परिसर से एक बच्ची को बहला-फुसलाकर अपहरण कर भाग रहे अपरहणकर्ताओं को जीआरपी पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया। थोड़ी देर बाद बच्ची में मिल गई। जानकारी के अनुसार नेपाल के रौतहट जिला नेपाल के गौर थाना क्षेत्र के पोठियाहीं बबुहारी गोरला नगरपालिका वार्ड संख्या चार निवासी कलामुद्दीन की पत्नी नजमा खातून रविवार की सुबह अपने सात माह के लड़के का इलाज कराने बैरगनिया पहुंची थी। साथ में अपनी दो बच्ची को भी लेकर आई थी। जिसमे एक का उम्र 6 तो दूसरी बच्ची की उम्र तीन वर्ष की थी। डॉक्टर से दिखाने के बाद महिला अपने रिश्तेदार के यहां कुंडवा चैनपुर जाने के लिए बैरगनिया रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इसी दो पुरुष और एक महिला उससे बातचीत करने लगे। इस दौरान उनलोगों नेपाल की महिला की बड़ी बेटी सोहमा खातून (6) को फुसलाकर चॉकलेट दिलाने के नाम पर स्टेशन से बाहर निकल गया। उक्त महिला की नजर अपने मात्र एक बच्ची पर परी और दूसरा गायब पाई तो चीखने चिल्लाने लगी। देखते ही देखते भीड़ इकट्ठी हो गई। मौके पर मौजूद जीआरपी के एक जवान पहुंच कर पूछताछ की। तभी शातिर गिरोह की महिला और उसके साथ एक पुरुष को पीड़ित महिला भागते दिखी। नेपाल की महिला चिल्लाते हुए भाग रहे दोनो शातिर के तरफ इशारा कराने लगी। मौजूद रेल पुलिस जवान ने दोनों को धर दबोचा। पकड़ी गई महिला अपना नाम नाजमा खातून (40 ) व पति का नाम आजम बताई, वही पकड़े गए शातिर पुरुष अपना नाम मेघनाथ महतो पिता स्व असरफी महतो दोनों ने अपना पता पूर्वी चम्पारण के रक्सौल थाना क्षेत्र के अहिरा टोला का रहने वाला बताया है। जबकि उसका एक साथी बच्ची को लेकर भाग गया था। पीड़ित महिला के बड़ी बहन अखलिया खातून को अपने बहन की बेटी को गुम हो जाने की जानकारी मिली। जो बैरगनिया थाना क्षेत्र के भाकुरहर की रहने वाली थी। वह भी बैरगनिया रेलवे स्टेशन आ रही थी। तभी उसका नजर बैरगनिया और भकुरहर के बीच ईदगाह के पास लगी भीड़ पर उसका नजर पड़ी। जब वह वहां पहुंची तो देखा की उसकी बेटी पर पड़ी। जिसे बदमाश लेकर भाग रहा था। लेकिन लोगों के जुट जाने पर उसे छोड़ कर भाग गया था। वह लड़की को लेकर बैरगनिया रेलवे स्टेशन पहुंची। जहां उसकी मां उसकी तलाश कर रही थी। बच्ची के दोनो गाल और गरदन के पीछे भाग में कटने का निशान पाया गया। बच्ची सोहसा खातून ने बताया कि चॉकलेट दिलाने के बहाना से एक व्यक्ति उसे स्टेशन एस बाहर चॉकलेट के दुकान पर ले गया और वहां से गोद में उठाकर मुंह बंद कर के भागने लगा और चाकू दिखाकर डरा रहा था। रेल पुलिस बच्ची को बैरागनिया पीएचसी में इलाज करा कर उसके परिजन को सुपुर्द कर दिया है। शातिर गिरोह के तीसरे सदस्य की तलाश में जुट गई है।