पुपरी के इरफान के आगे धूम-2 का हीरो भी मांगे पानी, एक करोड़ की कार से निकलता चोरी करने

सीतामढ़ी। ऋतिक रौशन की धूम-2 फिल्म का शातिर चोर पुपरी के इरफान के आगे पानी मांग लेगा। फिल्म में उस चोर को पकड़ने की कोशिश ऑफिसर करते हैं मगर हर बार वह चकमा दे जाता।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:20 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:20 PM (IST)
पुपरी के इरफान के आगे धूम-2 का हीरो भी मांगे पानी, एक करोड़ की कार से निकलता चोरी करने
पुपरी के इरफान के आगे धूम-2 का हीरो भी मांगे पानी, एक करोड़ की कार से निकलता चोरी करने

सीतामढ़ी। ऋतिक रौशन की धूम-2 फिल्म का शातिर चोर पुपरी के इरफान के आगे पानी मांग लेगा। फिल्म में उस चोर को पकड़ने की कोशिश ऑफिसर करते हैं मगर हर बार वह चकमा दे जाता। कई बेशकीमती वस्तुएं अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके वह चुराता रहता है और पुलिस उसको पकड़ने में नाकामयाब रहती। चोरी की बड़ी वारदातों से देश में धूम मचा चुका गाढ़ा गांव निवासी इरफान उर्फ उजाले फिर एकबार गाजियाबाद में पकड़ा गया है। उसकी गिरफ्तारी की खबर मिलते ही पुपरी में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। चर्चा इसलिए भी हो रही है कि यह शातिर के बारे में पता चला है कि वह काली कमाई के दम पर अपनी पत्नी को इस बार पंचायत चुनाव लड़ा रहा है। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि एक करोड़ की कार से वह चोरी करने निकलता था। पत्नी को चुनाव जीताने के लिए अपने इलाके के कई गांवों में सड़क भी बनवा रखी है। देश के 12 राज्यों में 40 से ज्यादा मामले उसपर दर्ज हैं। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि नोटबंदी से पहले दिल्ली में एक जज के घर से उसने लंबा हाथ मारा था और 65 लाख की संपत्ति ले उड़ा था। गाजियाबाद में वहां की पुलिस ने उजाले को फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है। सितंबर में गाजियाबाद थाने के कवि नगर में कपिल गर्ग नामक कारोबारी के घर में हुई डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी मामले में उसकी संलिप्तता पाई गई थी। इस सिलसिले में गाजियाबाद की पुलिस एक माह पहले 7 सितंबर को उसकी गिरफ्तारी के लिए पुपरी पुलिस के सहयोग से उसके घर छापेमारी करने आई थी। तब पुलिस ने उजाले के नहीं मिलने पर उसकी पत्नी गुलशन परवीन, इसी गांव के मो. शोएब और विक्रम साह नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया था और अपने साथ ले गई थी। फरार उजाले आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। थानाध्यक्ष राम एकबाल प्रसाद ने बताया कि गाढ़ा निवासी मो. इरफान उर्फ उजाले को गाजियाबाद पुलिस करोड़ो के चोरी मामले में गिरफ्तारी के लिए पिछले माह आई थी। तब से वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी की जानकारी मिली है। तीन साल पहले काले कारनामे का हुआ हुआ था भंडाफोड़ : दिखने में सीधा सादा रहने वाला इरफान क्षेत्र में उजाले के नाम से जाना जाता है। उसका और गाढ़ा गांव का नाम 17 जुलाई 2017 को देश स्तर पर उस समय आया था। जब दिल्ली में उसकी गिरफ्तारी करोड़ो के आभूषण व लग्जरी वाहनों की चोरी मामले में हुई थी। दिल्ली पुलिस द्वार दिल्ली, कानपुर, आगरा, जालंधर आदि शहरों में चोरी की वारदात में शामिल होने की खुलासा किए जाने के बाद वह राष्ट्रीय मीडिया में दयावान चोर के रूप में छा गया था। गांव में करोड़पति के रूप में बन चुकी है उसकी पहचान : गांव में उजाले बाबू के नाम से मशहूर इरफान जब भी घर आता है तो वो कुर्ता पजामा पहनता और शहर आकर वो मॉडर्न लुक में दिखता।बताया जाता हैं कि मो. इरफान व उसका परिवार पहले काफी गरीब था। माली हालत सुधारने के लिए पांच साल पहले वह घर छोड़कर चला गया, लेकिन जब वापस आया तो उसका रुतबा ही बदल गया था। गांव वालों को वह अपने काम के बारे में कुछ नहीं बताता था। गांव आते ही जमीन खरीदकर वह आलीशान घर बनाया। फिर लग्जरी वाहनों से इलाके में पैसे के बल पर पहचान बनाना शुरू कर दिया। इलाके में जहां भी थियेटर व आर्केष्ट्रा होता वह वहां पहुंच जाता। उसके बाद हजारों रुपये क्षण भर में लुटा देता। राजनीति में इंट्री से मकसद से वह पंचायत चुनाव में बढ़ाया कदम : उजाले भले ही पुलिस की नजर में शातिर चोर हो, लेकिन गांव वालों की नजर में उसकी छवि कुछ और ही है। गांव व आसपास के लोगों को सहयोग करना, गांव की जनहित से जुड़े समस्याओं को अपने दम पर निदान करना उसके दिनचर्या में शामिल हो गया। यहां तक की बेटी की शादी व बीमार के इलाज में भी मदद करने लगा। इस दौरान ग्रामीणों के कहने पर वह नेता बनकर क्षेत्र की सेवा करने के लिए एक साल पहले पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू कर दी। खासकर जिला परिषद सदस्य पद से चुनाव लड़ने के लिए जगह-जगह पोस्टर व बैनर भी लगाना शुरू कर दिया। लेकिन, चुनाव से ठीक पहले गाजियाबाद में हुई करोड़ो की चोरी में नाम आने के बाद पुलिस की गिरफ्तारी के डर से क्षेत्र छोड़ भाग निकला। पर्दे के पीछे से पत्नी को बनाया जिला परिषद का उम्मीदवार : पुलिस की रडार पर आने के बाद भी इरफान ने चुनाव लड़ने की तमन्ना को जारी रखते हुए

गाजियाबाद कांड में जमानत पर छूट कर आई

पत्नी गुलशन परवीन को चुनाव लड़ने के लिए तैयार करवाया और जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 से प्रत्याशी बनाया। प्रत्याशी के रूप में उसकी पत्नी ने भी पूरे प्रचार अवधि में पूरी विनम्रता के साथ जनता के पास गई। अब पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद मतगणना की बारी है। 26 अक्टूबर को फैसला आने वाला है। इस पद की लड़ाई में उसके सामने एक दर्जन प्रत्याशी से मुकाबला है। अब देखना है कि जनता का आशीर्वाद उनके पति के नाम का कितना प्राप्त हुआ है।

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