परीक्षा के लिए खोज रहे किराये का मकान, परीक्षार्थी परेशान

सीतामढ़ी। आगामी 21 फरवरी से शुरू होने वाली मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी पूरी हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 11:17 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 11:17 PM (IST)
परीक्षा के लिए खोज रहे किराये का मकान, परीक्षार्थी परेशान
परीक्षा के लिए खोज रहे किराये का मकान, परीक्षार्थी परेशान

सीतामढ़ी। आगामी 21 फरवरी से शुरू होने वाली मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी पूरी हो चुकी है। परीक्षा केंद्र तय कर दिए गए हैं और केंद्राधीक्षक, वीक्षक, दंडाधिकारी और सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति हो चुकी है। प्रवेश पत्र लेकर परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों का पता लगा रहे हैं, साथ ही केंद्रों के इर्द-गिर्द किराये का मकान खोज रहे हैं।

सात दिन के बदले एक माह का किराया

सीतामढ़ी : मैट्रिक की परीक्षा को लेकर अभिभावक अपने अभ्यर्थियों के सेंटर के निकट किराये पर मकान की तलाश कर रहे हैं। लेकिन, कोई भी मकान मालिक सात दिन के लिए अपना मकान किराये पर देने का तैयार नहीं है। मकान मालिक का जवाब होता है एक तो मकान इतने कम दिनों के लिए किराये पर नहीं देंगे। अगर सात दिन के लिए मकान को लेना है तो इसके लिए एक माह का किराया देना होगा। वह भी पूर्ण किराया पहले जमा कराना होगा। अभिभावक के साथ मकान मालिक भी कर रहे मगजमारी

जिले के 40 परीक्षा केंद्रों पर कुल 40 हजार 10 परीक्षार्थी भाग लेंगे। खासकर महिला परीक्षार्थियों के लिए अभिभावक सेंटर के आस पास मकान की तलाश कर रहे हैं। वहीं मकान मालिक को भी ऐसे अभिभावकों की तलाश है। डुमरा के अशोक कुमार, राजीव कुमार, संजय ¨सह, मनोज कापर आदि मकान मालिक बताते हैं कि मैट्रिक की परीक्षा के में एक परीक्षार्थी के साथ चार-पांच अभिभावक होते है। ऐसे में सात दिन के लिए मकान देना घाटा का सौदा है। जो सात दिन के नाम पर एक माह का किराया दे रहे हैं, उन्हें मकान दे रहा हूं। वहीं अभिभावकों का कहना है कि रोज रोज गाड़ी भाड़ा करके सेंटर पर आना और ले जाने से बेहतर है कि किराये पर मकान लेकर रहूं। किराया का मकान नहीं मिलने पर होटल के कमरे की बु¨कग शुरू हो गई है। परीक्षा के दौरान छात्र रखे सेहत का पूरा ध्यान

सीतामढ़ी : हर बार परीक्षा के पहले ही कई छात्र शहर आकर बीमार हो जाते है क्योंकि इन्हें होटल का खाना रास नहीं आता। परीक्षा के भय से वे ठीक से भोजन भी नहीं कर पाते। ऐसे में सेहत पर असर पड़ना स्वभाविक है। ऐसे में खासकर परीक्षार्थियों को अपने सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है। तनाव नहीं लें। परीक्षा के दौरान पढ़ाई के साथ-साथ सेहत पर भी ध्यान दें।परीक्षा के दिनों में किसी भी प्रकार का तनाव नहीं रखें। प्रोटीन वाले आहार का प्रयोग जरूर करें। इस तरह के आहार दिमाग को अलर्ट रखेंगे। अंडा, दही, मेवा अथवा पनीर का उपयोग कर सकते है। इसके अलावा संतरा, केला, पालक, गाजर आदि का उपयोग सेहत में फायदेमंद है। डुमरा पीएचसी के चिकित्सक डॉ. कुणाल शंकर बताते हैं कि परीक्षा के दिनों में पेय पदार्थ जैसे फलों का जूस, नारियल पानी आदि अपनाना चाहिए, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा। मुरमुरे, मखाने, भुनी मूंगफली तथा भुने चने उत्तम स्नेक्स हैं। ये बच्चों की उर्जा का स्तर नहीं गिरने देते एवं सेहत के लिए भी लाभदायक हैं। भरपूर मात्रा में सब्जियां खिलाएं, खासतौर से पालक, मैथी, मशरूम, शिमला मिर्च, बैंगन, हरी व लाल पत्ता गोभी। सब्जियों में प्रचूर मात्रा में विटामिन, रेशा एवं खनिज पाए जाते हैं जिससे दिमाग भी अच्छा रहता है और आलस भी नहीं आता। जब बच्चे परीक्षा देने जाएं तो उन्हें पानी की बोतल साथ में जरूर दें। चाहें तो शिकंजी, ग्लूकोज, नारियल पानी भी दे सकते हैं। परीक्षार्थी हल्का भोजन करें। होटल अथवा बाहर बिक रहे भोजन से परहेज करें। परीक्षा के दिनों में मैदा से बनी चीजें से कुकीज, केक, आलू, चावल आदि से परहेज करनी चाहिए।

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