25 साल से पगडंडियों के सहारे आवागमन को विवश है लोग

ढेंग रेलवे स्टेशन को हरपुर कला गांव व मेजरगंज के बसबीट्टी बाजार को जोड़ने वाली सड़क पर पुल निर्माण की मांग वर्षों से इलाके के लोग कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 12:26 AM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 06:27 AM (IST)
25 साल से पगडंडियों के सहारे आवागमन को विवश है लोग
25 साल से पगडंडियों के सहारे आवागमन को विवश है लोग

सीतामढ़ी। ढेंग रेलवे स्टेशन को हरपुर कला गांव व मेजरगंज के बसबीट्टी बाजार को जोड़ने वाली सड़क पर पुल निर्माण की मांग वर्षों से इलाके के लोग कर रहे हैं। हर चुनाव में यह मांग इलाके में ज्वार-भाटा की तरह उठती तो जरूर है लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद फिर शांत हो जाता है और लोगों की जिदगी फिर से पुराने ढर्रे पर चलने लगती है। यही इस इलाके के लोगों की नियति है। सांसद हो या विधायक किसी द्वारा इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई। नतीजा आज भी खेतनुमा रास्ते से सफर तय करते हैं, लेकिन बाढ़-बरसात में आवागमन ठप हो जाता है। इलाके लोगों की इस मजबूरी की ओर से किसी जनप्रतिनिधि ने ध्यान देना गवारा नहीं समझा। वर्ष 1993 की बाढ़ में टूटी थी सड़क व बांध वर्ष 1993 में आयी प्रलयंकारी बाढ़ में बसबीट्टा बाजार से दक्षिण हरपुर कला गांव के बीच सड़क व बांध टूट गया था। इस स्थल पर करीब 50 फीट तक का क्षेत्र गड्ढा में तब्दील हो गया। उसके बाद करीब 25 वर्ष से आसपास के लोग अगल-बगल के खेत और पगडंडी होकर आवागमन करने को विवश हैं। लेकिन बाढ़-बरसात के समय यह रास्ता भी पूरी तरह ठप हो जाता है। ढेंग से बसबीट्टा तक चार जगहों पर बांध टूटा हुआ है। स्थिति तब और विकट हो जाता है जब कोई बीमार पड़ जाता है। बाढ़-बरसात के समय चारों ओर पानी भर जाता है। लोगों का आवागमन बंद हो जाती है। बसबिट्टा बाजार नेपाल सीमा से सटा हुआ है। बसबिट्टा बाजार पर प्रसिद्ध सुकेश्वर नाथ महादेव मंदिर है। जहां इलाके के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में नेपाल के श्रद्धालु भी आते हैं। लेकिन रास्ता नहीं रहने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। इलाके के लोगों ढेंग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने जाना पड़ता है। लेकिन दुर्गम रास्ता होने के कारण उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। सड़क सुविधा नहीं रहने से क्षेत्र काफी पिछड़ा है। लोग खेती और मजदूरी पर निर्भर हैं। रोजी रोटी के लिए लोग पंजाब, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि दूसरे प्रदेश जाने को विवश हैं। 2014 में पुल निर्माण का किया गया था शिलान्यास रतनपुर, हरपुर कला से बसबीट्टा पथ में 17 जनवरी 2014 को तत्कालीन सांसद अर्जुन राय द्वारा उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का शिलान्यास किया गया था। जिसकी प्राक्कलित राशि दस लाख 58 सौ 54 रुपये की थी। लेकिन 2014 के लोस चुनाव में तत्कालीन सांसद अर्जुन राय चुनाव हार गए और रामकुमार शर्मा सांसद चुने गए। इसके बाद केंद्र व राज्य में एनडीए सरकार रही। बावजूद बसबीट्टा से हरपुरकला रतनपुर सड़क पर पुल नहीं बन सका। इस जगह पर शिलान्यास का शिलापट्ट आज भी जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को उजागर कर रहा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में इस पुल के निर्माण की मांग एक बार फिर यक्ष प्रश्न बन कर खड़ा है। इस चुनाव में इस इलाके के लोगों के लिए यह मुद्दा बनेगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता है।

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