ध्यान और एकाग्रता के लिए योग करें, अध्ययनशील बच्चों के लिए योग रामबाण
सीतामढ़ी । अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आइएपीडब्ल्यूपीसी के तत्वावधान में फ्रंट एज स्टडीज के बच्चों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया।
सीतामढ़ी । अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आइएपीडब्ल्यूपीसी के तत्वावधान में फ्रंट एज स्टडीज के बच्चों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. स्मिता सिंह ने कहा कि अक्सर बच्चों के लिए किसी भी काम में फोकस करना मुश्किल हो जाता है। जिसे अटेंशन डेफिशिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑडर कहा जाता है। इस समस्या को योग के जरिए कम किया जा सकता है। साथ ही यह बच्चों की याददाश्त को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। प्राचार्या अनुरंजना भारद्वाज ने कहा कि जानवर योगियों के महान शिक्षक थे। क्योंकि, जानवर को किसी चिकित्सक की आवश्यकता नहीं पड़ती है। प्रकृति ही उनकी एक मात्र सहायक है। योगी, ऋषि एवं मुनियों ने जानवरों की गतिविधियों पर ध्यान से विचार कर उनका अनुकरण किया। इस प्रकार वन के जीव-जंतुओ के अध्ययन से योग की अनेक विधियों का विकास हुआ है। आज चिकित्सक एवं वैज्ञानिक योग के अभ्यास की सलाह देते हैं। योग साधु-संतो के लिए नहीं है। समस्त मानव समुदाय के लिए आवश्यक है। खास कर छात्र जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। शिक्षा जगत में योग की शिक्षा बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि, आज के वर्तमान परिवेश में ज्यादातर छात्र एवं छात्राएं शारीरिक, मानसिक रूप से अस्वस्थ रहते हैं। जिनके कारण उनमें शिक्षा का विकास जितना होना चाहिए, उतना नहीं हो पा रहा है। फलत: वे अपनी मंजिल तक पहुंचने में असफल हो जाते हैं। यदि उन्हें जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति करनी है, तो योग का अभ्यास आवश्यक है। खासकर छात्र योग के बल पर अपने मस्तिष्क को शुद्ध करके विचार शक्ति को बढ़ा सकते हैं। योग उन्हें अंतिम लक्ष्य तक ले जाएगा।